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सिने-पहेली # 3

सिने-पहेली # 3 (16 जनवरी 2012)

रेडियो प्लेबैक इण्डिया के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार! दोस्तों, 'सिने-पहेली' की तीसरी कड़ी लेकर मैं हाज़िर हूँ। दोस्तों, पिछली दो कड़ियों के जो रेस्पॉन्स हमें cine.paheli@yahoo.com के पते पर मिले हैं, उनसे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आप इस नये स्तंभ को पसन्द कर रहे हैं। यूं तो सही जवाब कुछ ही प्रतिभागियों से मिले हैं, पर कुछ प्रतिभागी ऐसे भी हैं जिनके जवाब सही तो नही हैं पर उत्सुक्ता के साथ जिस तरह से आप इसके हिस्सेदार बन रहे हैं, यही एक सच्चे खिलाड़ी की पहचान है। टिप्पणी में ज़रूर बताइएगा कि यह स्तंभ आपको कैसा लग रहा है, और किस तरह के सुझाव आप देना चाहते हैं इसे और भी ज़्यादा मनोरंजक, ज्ञानवर्धक और आकर्षक बनाने के लिए।

चलिए, अब तैयार हो जाइए अपने-अपने फ़िल्मी ज्ञान को आज़माने के लिए, अपने दिमाग़ पर ज़ोर डालने के लिए। आपको याद दिला दूँ कि इस स्तंभ में हर सप्ताह हम आपसे पाँच सवाल पूछते हैं, जिनका जवाब आपको हमें लिख भेजने होते हैं। हर सप्ताह पिछले सप्ताह के विजेताओं के नाम घोषित किए जाते हैं, और ५० अंकों के बाद 'महा-विजेता' भी चुना जाएगा और उन्हें 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' की तरफ़ से पुरस्कृत भी किया जाएगा। प्रतियोगिता के नियम हम बाद में बतायेंगे, पहले आइए आपको बताएँ आज के पाँच सवाल जिन्हें हल करने है सिर्फ़ और सिर्फ़ आपको।

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सवाल-1: गोल्डन वॉयस

गोल्डन वॉयस में आज हम आपको जो ऑडियो क्लिप सुनवा रहे हैं उसमें दो आवाज़ें आपको सुनाई देंगी। आपको दोनों आवाज़ों को पहचानने हैं। याद रहे, दोनों आवाज़ें सही-सही बताने पर ही अंक दिए जायेंगे। तो यह रहा आज का गोल्डन क्लिप...



सवाल-2: पहचान कौन!

दूसरे सवाल के रूप में आपको हल करने हैं एक चित्र पहेली का। नीचे दिए गए चित्र को ध्यान से देखिए। इसमें संगीतकार राहुल देव बर्मन को तो आपने ज़रूर पहचान लिया होगा। पहचानिए उनके साथ खड़ी लड़की को।



सवाल-3: सुनिये तो...

'सुनिये तो'.... इस सेग्मेण्ट में हम आपको एक ऑडियो सुनवाते हैं जो किसी भी तरह का हो सकता है, जैसे कि किसी गीत का शुरुआती संगीत, किसी साक्षात्कार का अंश, फ़िल्म के संवाद आदि। आज इसमें सुनिये ये संवाद और पहचानिये फ़िल्म का नाम।



सवाल-4: भूले बिसरे

और अब चौथा सवाल। गुज़रे ज़माने का एक गीत है "कंकर कंकर से मैं पूछूं शंकर मेरा कहाँ है"। बताइये यह गीत किस फ़िल्म का है। इस फ़िल्म का नाम किसी और फ़िल्मी गीत के मुखड़े में भी आता है, बताइये कोई ऐसा गीत। याद रहे, दोनों जवाब सही होने पर ही अंक दिये जायेंगे।

सवाल-5: आख़िरी सवाल!

और अब पाँचवा और आज का आख़िरी सवाल। ७० के दशक में तलत महमूद के गीतों के रेकॉर्ड्स का सर्वाधिक संग्रह एक अन्य देश के राज के पास हुआ करता था। बताइये किस देश का राजा और उनका क्या नाम था? नाम और देश का नाम, दोनों सही बताने पर ही अंक दिये जायेंगे।

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तो दोस्तों, हमने पूछ लिए हैं आज के पाँचों सवाल, और अब ये रहे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के कुछ आसान से नियम....

१. अगर आपको सभी पाँच सवालों के जवाब मालूम है, फिर तो बहुत अच्छी बात है, पर सभी जवाब अगर मालूम न भी हों, तो भी आप भाग ले सकते हैं, और जितने भी जवाब आप जानते हों, वो हमें लिख भेज सकते हैं।

२. जवाब भेजने के लिए आपको करना होगा एक ई-मेल cine.paheli@yahoo.com के ईमेल पते पर। 'टिप्पणी' में जवाब न कतई न लिखें, वो मान्य नहीं होंगे।

३. ईमेल के सब्जेक्ट लाइन में "Cine Paheli # 3" अवश्य लिखें, और जवाबों के नीचे अपना नाम, स्थान और पेशा ज़रूर लिखें।

४. आपका ईमेल हमें शुक्रवार 20 जनवरी तक मिल जाने चाहिए।


है न बेहद आसान! तो अब देर किस बात की, लगाइए अपने दिमाग़ पे ज़ोर और जल्द से जल्द लिख भेजिए अपने जवाब। जैसा कि हमने शुरु में ही कहा है कि हर सप्ताह हम सही जवाब भेजने वालों के नाम घोषित किया करेंगे, और पचासवे अंक के बाद "महाविजेता" का नाम घोषित किया जाएगा।

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और अब 9 जनवरी को पूछे गए 'सिने-पहेली # 2' के सवालों के सही जवाब और विजेताओं के नाम।

१. पहले सवाल में हमने आपको एक गोल्डन वॉयस सुनवाया था और आपको पहचाननी थी उस आवाज़ को। सही जवाब है शारदा सिंहा, जो भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका रही हैं। 'राजश्री प्रोडक्शन्स' की दो महत्वपूर्ण फ़िल्मों - 'मैंने प्यार किया' और 'हम आपके हैं कौन' में संगीतकार राम लक्ष्मण नें उनसे दो यादगार गीत गवाये थे।

२. इस बार भी 'चित्र-पहेली' का सभी नें सही-सही जवाब दिया। बप्पी लाहिड़ी के साथ चित्र में दिख रही थीं पाकिस्तानी गायिका रेशमा, और मौका था फ़िल्म 'गीत' के एक गीत की रेकॉर्डिंग्।

३. 'सुनिये तो' में जिस गीत का शुरुआती संगीत हमने आपको सुनवाया, वह गीत था फ़िल्म 'मेला' का "रुत है मिलन की साथी मेरे आ रे"। इस सवाल का सही जवाब केवल शरद तैलंग नें दिया है।

४. 'भूले-बिसरे' में हमारा सवाल था - १९४८ का एक गीत बहुत मशहूर हुआ था - "पत्थर का मिला तकिया और ख़ाक का बिछौना, तुमको कसम है मेरी तुम लाश पर न रोना"। बताइए गीत किस फ़िल्म का है? सही जवाब है 'पपीहा रे'।

५. 'आख़िरी सवाल' के रूप में हमने पूछा था उस एकमात्र गीत और उसकी फ़िल्म का नाम जिसमें रफ़ी साहब और महेन्द्र कपूर की आवाज़ें हैं। इसका सही जवाब है फ़िल्म 'आदमी' का गीत "कैसी हसीं आज ये बहारों की रात है, एक चाँद आसमान पे है एक मेरे साथ
है"।

और अब विजेताओं के नाम ये रहे -----

१. शरद तैलंग, कोटा जं, राजस्थान --- ५ अंक
२. प्रकाश गोविन्द, लखनऊ --- ४ अंक
३. रीतेश खरे, मुंबई --- ४ अंक
४. क्षिति तिवारी, इन्दौर --- ३ अंक
५. इंदु पुरी, चित्तौड़गढ़ --- ३ अंक
६. पंकज मुकेश, बैंगलुरू --- ३ अंक


आप सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई। अंक सम्बंधित अगर आप को किसी तरह की कोई शिकायत हो, तो cine.paheli@yahoo.com के पते पर हमें अवश्य सूचित करें।

तो आज बस इतना ही, अगले सप्ताह आपसे इसी स्तंभ में दोबारा मुलाक़ात होगी, तब तक के लिए सुलझाते रहिए हमारी सिने-पहेली, और अनुमति दीजिए सुजॉय चटर्जी को, नमस्कार!

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