'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में पांडेय बेचन शर्मा उग्र की कथा मूर्खा का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं बसंत त्रिपाठी की कथा "अंतिम चित्र" , जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 6 मिनट 23 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। बसंत त्रिपाठी - जन्म: 25 मार्च 1972, भिलाई नगर, छत्तीसगढ़ मुख्य कृतियाँ: शब्द, सहसा कुछ नहीं होता, मौजूदा हालात को देखते हुए, उत्सव की समाप्ति के बाद, प्रसंगवश हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी "जेलर साहब का विशेष हुकुम न होता तो वह कान में रुई ठूँस कर सो गया होता।" ( बसंत त्रिपाठी की "अंतिम चित्र" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्ल...