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‘मधुकर श्याम हमारे चोर...’ : भैरवी आधारित एक कालजयी गीत

स्वरगोष्ठी – 121 में आज एक कालजयी गीत जिसने संगीतकार को अमर कर दिया सहगल ने गाया ‘भक्त सूरदास’ का गीत- ‘मधुकर श्याम हमारे चोर...’   सं गीत-प्रेमियों की साप्ताहिक महफिल ‘स्वरगोष्ठी’ में एक नई लघु श्रृंखला के पहले अंक के साथ मैं कृष्णमोहन मिश्र उपस्थित हूँ। इस नई लघु श्रृंखला का शीर्षक है- ‘एक कालजयी गीत जिसने संगीतकार को अमर कर दिया’ । इस श्रृंखला की प्रत्येक कड़ी में हम एक ऐसा राग आधारित, गीत प्रस्तुत करेंगे जिसके संगीतकार को आज प्रायः भुला दिया गया है। ये सदाबहार गीत आज भी रेडियो पर प्रसारित होते रहते हैं। परन्तु वर्तमान पीढ़ी इन गीतों के सर्जक के बारे में प्रायः अनभिज्ञ है। इस श्रृंखला में हम आपका परिचय कुछ ऐसे ही गीतों और इनके संगीतकारों से कराएँगे। श्रृंखला की पहली कड़ी में आज हम आपको 1942 में प्रदर्शित फिल्म ‘भक्त सूरदास’ से राग भैरवी पर आधारित एक लोकप्रिय गीत सुनवाएँगे और इस गीत के संगीतकार ज्ञानदत्त का संक्षिप्त परिचय भी प्रस्तुत करेंगे।  ज्ञानदत्त चौ थे दशक के उत्तरार्द्ध से पाँचवें दशक के पूर्वार्द्ध में अत्यन्त सक्रिय रहे स