रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ ' बोलती कहानियाँ ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। बोलती कहानियाँ (सीज़न 1) केे पॉडकास्ट # 4 में आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं कमलेश्वर की एक लघुकथा " चप्पल ", अनुराग शर्मा के स्वर में। सदियों पुरानी सभ्यता मनुष्य के क्षुद्र विकारों का शमन करती रहती है एक दार्शनिक दृष्टि से जीवन की क्षण-भंगुरता का अहसास कराते हुए सारी विषमताओं को समतल करती रहती है।ा ~ कमलेश्वर हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी यह सत्य भी है कि चप्पल की 'रेड' से सरकार तक चौंक जाती है। ( कमलेश्वर की "चप्पल" से एक अंश ) यूट्यूब पर सुनिये एंकर पर सुनिये गूगल पॉडकास्ट पर सुनिये स्पॉटिफ़ाइ पर सुनिये कहानी " चप्पल " का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 20 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिकों, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी...