लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने मोनिका गुप्ता के स्वर में उन्हीं की व्यंग्य रचना " बिजली जाने का सुख " का पाठ सुना था। आज हम आपके लिए लेकर आये हैं हिन्दी के अमर साहित्यकार पण्डित सुदर्शन की कालजयी रचना " हार की जीत ", उषा छाबड़ा के स्वर में। इस कहानी हार की जीत का गद्य भारत दर्शन पर उपलब्ध है. कहानी का कुल प्रसारण समय 11 मिनट 34 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। पं0 बद्रीनाथ भट्ट "सुदर्शन" (1896-1967) प्रेमचन्द, कौशिक और सुदर्शन, इन तीनों ने हिन्दी में कथा साहित्य का निर्माण किया है। ~ भगवतीचरण वर्मा (हम खंडहर के वासी) हर सप्ताह यहीं...