लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल के स्वर में गौतम राजर्षि की 'एक फ़ौजी की डायरी' का अंश सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं, असगर वजाहत की कथा ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ , जिसे स्वर दिया है शीतल माहेश्वरी ने। इस कहानी ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ का कुल प्रसारण समय 10 मिनट 33 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। रात के वक्त़ रूहें अपने बाल-बच्चों से मिलने आती हैं। ~ असगर वजाहत हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी "सरला से मिलने कोई नहीं आया था।” ( असगर वजाहत की कथा "ड्रेन में रहने वाली लड़कियाँ " से एक अंश ) नीचे के...