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अकबर के नवरत्न - इब्ने इंशा की लघुकथा

'बोलती कहानियाँ' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने सलिल वर्मा की आवाज़ में गिरिजेश राव की एक कहानी "भूख" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं इब्ने इंशा की लघुकथा "अकबर के नवरत्न", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

 कहानी "अकबर के नवरत्न" का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 19 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस कथा का टेक्स्ट बैरंग पर उपलब्ध है।

 यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

और तो कोई बस न चलेगा हिज्र के दर्द के मारों का। ~ इब्ने इंशा (1927-1978)

हर शुक्रवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी

अकबर अनपढ़ था। (इब्ने इंशा की "अकबर के नवरत्न" से एक अंश)

नीचे के प्लेयर से सुनें।
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)

 यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
VBR MP3
#Third Story, Akbar Ke Navaratna: Ibne Insha/Hindi Audio Book/2012/3. Voice: Anurag Sharma

Comments

Amit said…
:) :) :)

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