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खुशियों भरी दिवाली में गीतों की फुलझडियाँ

दो स्तों, हमें उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा यकीन है कि आप सब ने बेहद धूम धाम से दिवाली मनाई होगी, अपने अपने घरों में. चलिए एक बार फिर उन यादों को ताज़ा करें मीनू सिंह के साथ इस पोडकास्ट में जहाँ गीतों की लड़ियों से रोशन है आज की महफ़िल.

दीपावली की तैयारियों के साथ-साथ सुलझाइये हमारी सिने पहेली भी...

(10 नवम्बर, 2012) सिने-पहेली # 45 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार। दोस्तों, आज दीपावली का त्योहार अब द्वार पर है। साल के इस समय सभी लोग बेहद व्यस्त हो जाते हैं। घर पर तो व्यस्त होते ही हैं, अपने-अपने कर्मक्षेत्र में भी दीपावली की तैयारियों की वजह से दफ़्तर में व्यस्तता काफ़ी बढ़ जाती है। हर एक को अपने टारगेट्स पूरे करने होते हैं। जहाँ तक मेरे काम का सवाल है, दूरसंचार के क्षेत्र में होने की वजह से नेटवर्क की बहुत सी तैयारियाँ करनी पड़ती है ताकि दीपावली की रात को बढ़ने वाले ट्राफ़िक पर कोई बाधा न आये और आप अपने प्रियजनों से टेलीफ़ोन पर बिना किसी परेशानी के बात कर सके। दोस्तों, इन दिनों की व्यस्तता और भागदौड़ के बावजूद थोड़ा समय तो आप सिने पहेली के लिए निकाल ही लेंगे, इसका हमें पूरा विश्वास है। अब देखिये न, हमने भी तो इस पहेली को तैयार करने के लिए थोड़ा समय निकाल ही लिया अपनी व्यस्त दिनचर्या से। तो हो जाइये तैयार और सुलझाइये आज की पहेलियाँ। !!! नये प्रतियोगियों का आह्वान नये प्रतियोगी, जो इस मज़ेदार...

दीपावली गली गली बन के खुशी आई रे...

आवाज़ के सभी साथियों और श्रोताओं को दीपावली के पावन पर्व की ढेरों शुभकामनाये,हमारे नियमित श्रोता गुरु कवि हकीम ने हमें इस अवसर पर अपना संदेश इस कविता के माध्यम से दिया - दीप जले प्यार का जीत का ना हार का हर किसी के साथ का हर किसी के हाथ का दीप जले प्यार का तोड़ दे दीवार कों बीच में जो है खडी स्नेह निर्मल की भीत तो दीवार से भी है बड़ी ये दीप ना थके कभी प्रकाश ना रुके कभी ये दीप ना बुझे कभी हर किसी के द्वार का दीप जले प्यार का जीत का ना हार का ............. सुधि से सबके मन खिले सिहर सिहर से ना मिले पलक भीगी ना रहे अलक झीनी ना रहे उज्जवल विलास बन के वो लौ ज्वाला की धार का दीप जले प्यार का जीत का ना हार का.... हिंद युग्म के आंगन में आज हमने कविताओं के दीप जलाये हैं. २४ कवियों की इन २४ कविताओं में गजब की विविधता है. अवश्य आनंद लें. बच्चों की आँखों से भी देखें दिवाली की जगमग . आवाज़ पर हम अपने श्रोताओं के लिए लाये हैं, एक अनूठा गीत. टेलिविज़न पर एक संगीत प्रतियोगिता में चुने गए टॉप १० में से ५ प्रतिभागियों ने मिलकर दीपावली पर अपने श्रोताओं को शुभकामनायें देने के उद्देश्य से इस गीत को रचा. इ...