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Showing posts with the label Aaj ka Gaana

६ मई- आज का गाना

गाना:  दिल में तुझे बिठाके, कर लूँगी मैं बंद आँखें चित्रपट:  फकीरा संगीतकार: रवीन्द्र जैन गीतकार: रवीन्द्र जैन स्वर:  रफ़ी, लता दिल में तुझे बिठाके,  कर लूँगी मैं बन्द आँखें पूजा करूँगी तेरी,  हो के रहूँगी तेरी मैं ही मैं देखूँ तुझे पिया और न देखे कोई एक पल भी ये सोच रहे ना किस विधि मिलना होई सबसे तुम्हें बचाके, कर लूँगी मैं बंद आँखें पूजा करूँगी तेरी ... ना कोई बंधन जगत का कोई पहरा ना दीवार कोई न जाने दो दीवाने जी भर कर ले प्यार कदमों में तेरे आके, कर लूँगी मैं बंद आँखें पूजा करूँगी तेरी ... तेरा ही मुख देख के पिया रात को मैं सो जाऊं भोर भई जब आँख खुले तो  तेरे ही दरशन पाऊं तुझको गले लगाके,  कर लूँगी मैं बंद आँखें पूजा करूँगी तेरी ...

५ मई- आज का गाना

गाना:  जा रे, जा रे उड़ जा रे पंछी, बहारों के देस जा रे चित्रपट:  माया संगीतकार: सलिल चोधरी गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर:  लता जा रे, जा रे उड़ जा रे पंछी बहारों के देस जा रे यहाँ क्या है मेरे प्यारे क्यूँ उजड़ गई बगिया मेरे मन की जा रे ... ना डाली रही ना कली अजब ग़म की आँधी चली उड़ी दुख की धूल राहों में जा रे ... मैं वीणा उठा ना सकी तेरे संग गा ना सकी ढले मेरे गीत आहों में जा रे ...

४ मई- आज का गाना

गाना:  अचरा में फुलवा लई के चित्रपट:  दुल्हन वही जो पिया मन भाये संगीतकार: रवीन्द्र जेन गीतकार: रवीन्द्र जेन स्वर:  रवीन्द्र जेन अचरा में फुलवा लई के आये रे हम तोहरे द्वार अरे हो हमरी अरजी न सुन ले अरजी पे कर ले ना बिचार हमसे रूठ ले बिधाता हमार काहे रूठ ले बिधाता हमार बड़े ही जतन से हम ने पूजा का थाल सजाया प्रीत की बाती जोड़ी मनवा का दियरा जलाया हमरे मन मोहन को पर नहीं भाया अरे हो रह गैइ पूजा अधूरी मन्दिर से दिया रे निकाल हमसे रूठ ले बिधाता हमार ... सोने की कलम से हमरी क़िसमत लिखी जो होती मोल लगा के लेते हम भी मन चाहा मोती एक प्रेम दीवानी हाय ऐसे तो न रोती अरे हो इतना दुःख तो न होता पानी में जो देते हमें डार हमसे रूठ ले बिधाता हमार ...

३ मई- आज का गाना

गाना:  नज़र लागे राजा तोरे बंगले पर चित्रपट:  काला पानी संगीतकार: सचिन देव बर्मन गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर:  आशा भोसले नज़र लागे राजा तोरे बंगले पर जो मैं होती राजा बन की कोयलिया कुहुकु रहती राजा तोरे बंगले पर जो मैं होती राजा कारी बदरिया बरस रहती राजा तोरे बंगले पर जो मैं होती राजा बेला चमेलिआ लिपट रहती राजा तोरे बंगले पर जो मैं होती राजा तेरी दुल्हनिया मटक रहती राजा तोरे बंगले पर

२ मई- आज का गाना

गाना:  जिन रातों की भोर नहीं हैं, आज ऐसी ही रात आई चित्रपट:  दूर गगन की छाँव में संगीतकार: किशोर कुमार गीतकार: शैलेन्द्र स्वर:  किशोर कुमार जिन रातों की भोर नहीं है आज ऐसी ही रात आई जो जिस ग़म में डूब गया है सागर की है गहराई रात के तारों तुम ही बताओ मेरी वो मंज़िल है कहाँ पागल बनकर जिसके लिये मैं खो बैठा हूँ दोनो जहाँ जिन रातों ... राह किसी की हुई ना रोशन जलना मेरा बेकार गया लूट गई तक़दीर मुझे मैं जीत के बाज़ी हार गया जिन रातों की भोर नहीं है ...

१ मई- आज का गाना

गाना:  साथी हाथ बढ़ना साथी हाथ बढ़ना चित्रपट:  नया दौर संगीतकार: ओ. पी. नय्यर गीतकार: साहिर स्वर:  रफ़ी, आशा साथी हाथ बढ़ाना, साथी हाथ बढ़ाना एक अकेला थक जायेगा मिल कर बोझ उठाना साथी हाथ बढ़ाना ... हम मेहनतवालों ने जब भी मिलकर कदम बढ़ाया सागर ने रस्ता छोड़ा परबत ने शीश झुकाया फ़ौलादी हैं सीने अपने फ़ौलादी हैं बाहें हम चाहें तो पैदा करदें, चट्टानों में राहें, साथी ... मेहनत अपनी लेख की रखना मेहनत से क्या डरना कल गैरों की खातिर की अब अपनी खातिर करना अपना दुख भी एक है साथी अपना सुख भी एक अपनी मंजिल सच की मंजिल अपना रस्ता नेक, साथी ... एक से एक मिले तो कतरा बन जाता है दरिया एक से एक मिले तो ज़र्रा बन जाता है सेहरा एक से एक मिले तो राई बन सकती है परबत एक से एक मिले तो इन्सान बस में कर ले किस्मत, साथी ... माटी से हम लाल निकालें मोती लाएं जल से जो कुछ इस दुनिया में बना है बना हमारे बल से कब तक मेहनत के पैरों में ये दौलत की ज़ंज़ीरें हाथ बढ़ाकर छीन लो अपने सपनों की तस्वीरें, साथी ...

३० अप्रैल- आज का गाना

गाना:  पिया मिलन को जाना चित्रपट: कपाल कुण्डला संगीतकार: पंकज मलिक गीतकार: पंकज मलिक   स्वर:  पंकज मलिक पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना जग की लाज, मन की मौज, दोनों को निभाना पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना काँटे बिखरा के चलूं, पानी ढलका के चलूं \- २ सुख के लिये सीख रखूं \- २ पहले दुख उठाना, पिया मिलन को जाना ... (पायल को बांध के \- २), उठी चुभ नाग के (?) पायल को बांध के धीरे\-धीरे दबे\-दबे पावों को बढ़ाना पिया मिलन को जाना ... बुझे दिये अंधेरी रात, आँखों पर दोनों हाथ \- २ कैसे कटे कठिन बाट \- २ चल के आज़माना, पिया मिलन को जाना हां पिया मिलन को जाना, जाना पिया मिलन को जाना, जाना पिया मिलन को जाना, हां पिया मिलन को जाना

२९ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  रुक जा ओ जानेवाली रुक जा चित्रपट:  कन्हैया संगीतकार: शंकर - जयकिशन गीतकार: शैलेन्द्र स्वर:  मुकेश रुक जा ओ जाने वाली रुक जा मैं तो राही तेरी मंज़िल का नज़रों में तेरी मैं बुरा सही आदमी बुरा नहीं मैं दिल का  \- (२) देखा ही नहीं तुझको सूरत भी न पहचानी तू आके चली छम से यूँ डूबके दिन पानी \- (२)      रुक जा ... मुद्दत से मेरे दिल के सपनों की तू रानी है अब तक न मिले लेकिन पहचान पुरानी है \- (२)      रुक जा ... आ प्यार की राहों में बाहों का सहारा ले दुनिया जिसे गाती है उस गीत को दोहरा ले  \- (२)      रुक जा ...

२८ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  मुझे जब जब बहारों का ज़माना याद आएगा चित्रपट:  खानदान संगीतकार: रवि गीतकार: राजेन्द्र कृष्ण स्वर:  रफ़ी मुझे जब जब बहारों का ज़माना याद आएगा कहीं अपना भी था इक आशियाना याद आएगा कल चमन था आज इक सहरा हुआ देखते ही देखते ये क्या हुआ कल चमन था ... मुझको बरबादी का कोई ग़म नहीं -२ ग़म है बरबादी का क्यों चर्चा हुआ कल चमन था ... एक छोटा सा था मेरा आशियाँ -२ आज तिनके से अलग तिनका हुआ कल चमन था ... सोचता हूँ अपने घर को देखकर -२ हो न हो ये है मेरा देखा हुआ कल चमन था ... देखने वालों ने देखा है धुआँ -२ किसने देखा दिल मेरा जलता हुआ कल चमन था ...

२७ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  पर्दे में रहने दो, पर्दा न उठाओ चित्रपट:  शिकार संगीतकार: शंकर - जयकिशन गीतकार: हसरत स्वर:  आशा भोसले पर्दे में रहने दो, पर्दा न उठाओ पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जायेगा अल्लाह मेरी तौबा, अल्लाह मेरी तौबा   ... मेरे  पर्दे   में लाख जलवे हैं कैसे मुझसे नज़र मिलाओगे जब ज़रा भी नक़ाब उठाऊँगी याद रखना की, जल ही जाओगे पर्दे में रहने दो, पर्दा न उठाओ   ... हुस्न जब बेनक़ाब होता है वो समाँ लाजवाब होता है खुद को खुद की खबर नहीं रहती होश वाला भी, होश खोता है पर्दे में रहने दो, पर्दा न उठाओ   ... हाय जिसने मुझे बनाया है, वो भी मुझको समझ न पाया है मुझको सजदे किये हैं इन्साँ ने इन फ़रिश्तों ने, सर झुकाया है पर्दे में रहने दो, पर्दा न उठाओ   ...

२६ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  नज़रों में समाने से क़रार चित्रपट:  हैदराबाद की नाजनीन संगीतकार: वसंत देसाई गीतकार: नूर लखनवी स्वर:  राजकुमारी आ आ आ~~~~~~~~ नज़रों में समाने से क़रार आ न सकेगा तुम पास नहीं दिल को ये बहला न सकेगा तस्वीर निगाहों में ख़्हामोश तुम्हारी जो सुन नहीं सकती कभी फ़रियाद हमारी ये खाली तसव्वुर किसी काम आ न सकेगा तुम पास नहीं दिल को ये बहला न सकेगा आ आ~~~ नज़रों में समाने... आयेगा ख़्हयाल आके ओह ओह ओह आयेगा ख़्हयाल आके गुज़रता ही रहेगा आहें कोई दिल थाम के भरता ही रहेगा तस्कीन की सूरत कोई बतला न सकेगा तुम पास नहीं दिल को ये बहला न सकेगा आ आ~~~ नज़रों में समाने... टकरायेंगे हम सर कभी दीवार से दर से हर साँस में उबलेगा लहू ज़ख़्ह्म-ए-जिगर से दिल ढूँधेगा आ आ आ दिल ढूँधेगा तड़पेगा तुम्हें पा न सकेगा तुम पास नहीं दिल को ये बहला न सकेगा आ आ~~~ नज़रों में समाने...

२५ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  सागर किनारे दिल ये पुकारे चित्रपट:  सागर संगीतकार: राहुलदेव बर्मन गीतकार: जावेद अख्तर स्वर:  किशोर कुमार, लता सागर किनारे दिल ये पुकारे तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है सागर किनारे   ... जागे नज़ारे, जागी हवाएं जब प्यार जागा, जागी फ़िज़ाएं हो पल भर को दिल की दुनिया सोयी नहीं है सागर किनारे   ... लहरों पे नाचें, किरणों की परियाँ मैं खोई जैसे, सागर में नदिया हो तू ही अकेली तो खोई नहीं है सागर किनारे   ...

२४ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  जलता है बदन चित्रपट:  रज़िया सुल्तान संगीतकार: खैय्याम स्वर:  लता जलता है बदन हो ... हाय! जलता है बदन प्यास भड़की है प्यास भड़की है सरे शाम से जलता है बदन \- २ इश्क़ से कह दो कि ले आए कहीं से सावन प्यास भड़की है सरे शाम से जलता है बदन जलता है बदन \- २ जाने कब रात ढले, सुबह तक कौन जले दौर पर दौर चले, आओ लग जाओ गले आओ लग जाओ गले कम हो सीने की जलन प्यास भड़की है सरे शाम से जलता है बदन जलता है बदन \- ३ ओ आह! जलता है बदन देख जल जाएंगे हम, इस तबस्सुम की कसम अब निकल जायेगा दम, तेरे बाहों में सनम दिल पे रख हाथ कि थम जाये दिल की धड़कन प्यास भड़की है सरे शाम से जलता है बदन जलता है बदन इश्क़ से कह दो के ले आये कहीं से सावन प्यास भड़की है सरे शाम से जलता है बदन जलता है बदन \- २ ओ ... हाय जलता है बदन जलता है बदन ...

२३ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  तुम मुझे यूँ, भुला ना पाओगे चित्रपट:  पगला कहीं का संगीतकार: शंकर - जयकिशन गीतकार: हसरत जयपुरी स्वर:  रफ़ी तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग तुम भी गुनगुनाओगे हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ ... (वो बहारें वो चांदनी रातें हमने की थी जो प्यार की बातें ) \- २ उन नज़ारों की याद आएगी जब खयालों में मुझको लाओगे हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ ... (मेरे हाथों में तेरा चेहरा था जैसे कोई गुलाब होता है ) \- २ और सहारा लिया था बाहों का वो शाम किस तरह भुलाओगे हाँ तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे हो तुम मुझे यूँ ... (मुझको देखे बिना क़रार ना था एक ऐसा भी दौर गुज़रा है ) \- २ झूठ मानूँ तो पूछलो दिल से मैं कहूंगा तो रूठ जाओगे हाँ तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे जब कभी भी ...

२२ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  मत मारो शाम पिचकारी चित्रपट:  दुर्गेश नन्दिनी संगीतकार: हेमंत कुमार गीतकार: राजिंदर कृष्ण स्वर:  लता मत मारो शाम पिचकारी मोरी भीगी चुनरिया सारी रे... नाजुक तन मोरा रंग न डारो शामा अंग-अंग मोर फड़के रंग पड़े जो मोरे गोरे बदन पर रूप की ज्वाला भड़के कित जाऊँ मैं लाज की मारी रे मत मारो शाम... काह करूँ कान्हा, रूप है बैरी मेरा रंग पड़े छिल जाये देखे यह जग मोहे, तिरछी नजरिया से मोरा जिया घबराये कित जाऊँ मैं लाज की मारी रे मत मारो शाम...

२१ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  कभी न कभी कहीं न कहीं कोई न कोई तो आयेगा चित्रपट:  शराबी संगीतकार: मदन मोहन गीतकार: राजिंदर कृष्ण स्वर:  रफ़ी कभी न कभी कहीं न कहीं कोई न कोई तो आयेगा अपना मुझे बनायेगा दिल में मुझे बसायेगा कब से तन्हा ढूँढ राहा हूँ दुनियाँ के वीराने में खाली जाम लिये बैठा हूँ कब से इस मैखाने में कोई तो होगा मेरा साक़ी कोई तो प्यास बुझायेगा कभी न कभी ... किसी ने मेरा दिल न देखा न दिल का पैग़ाम सुना मुझको बस आवारा समझा जिस ने मेरा नाम सुना अब तक तो सब ने ठुकराया कोई तो पास बिठायेगा कभी न कभी ... कभी तो देगा सन्नाटे में प्यार भरी आवाज़ कोई कौन ये जाने कब मिल जाये रस्ते में हम्राज़ कोई मेरे दिल का दर्द समझ कर दो आँसु तो बहायेगा कभी न कभी ...

२० अप्रैल- आज का गाना

गाना:  दिल की दुनिया बसा के साँवरिया चित्रपट:  अमरदीप संगीतकार: सी. रामचंद्र गीतकार: राजिंदर कृष्ण स्वर:  लता   (दिल की दुनिया बसा के साँवरिया)\-२ तुम न जाने कहां खो गये, खो गये साथ रहना था सारी उमरिया दूर नाज़रों से क्यों हो गये, हो गये जाने वाले (जाने वाले, पता तेरा मैं ने आती जाती बहारों से पूछा)\-२ (चुप रहे जब ज़मीन के नज़ारे आसमान के सितारों से पूछा)\-२ (सुन के बादल भी मेरी कहानी)\-२ बेबसी पर मेरी रो गये, रो गये दिल की दुनिया ... हँस रहा है (हँस रहा है ये ज़ालिम ज़माना अपनी खुशिय.ओन की महफ़िल सजाये)\-२ (मैं अकेली मगर रो रही हूँ तेरी यादों को दिल से लगाये)\-२ (बहते बहते ये आँसू भी हारे)\-२ आके पलकों पे सो गये,सो गये दिल की दुनिया ...

१९ अप्रैल- आज का गाना

गाना:  दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके चुपके चित्रपट: परदेस संगीतकार: नदीम श्रवण गीतकार: आनंद बक्षी स्वर: कुमार सानू दो दिल मिल रहे हैं मगर चुपके चुपके सबको हो रही है, खबर चुपके चुपके साँसों में बड़ी बेक़रारी, आँखों में कई रत जगे कभी कहीं लग जये दिल तो, कहीं फिर दिल न लगे अपन दिल मैं ज़रा थम लूँ जादु का मैं इसे नाम दूँ जादु कर रहा है, असर चुपके चुपके दो दिल मिल रहे हैं ... ऐसे भोले बन कर हैं बैठे, जैसे कोई बात नहीं सब कुच नज़र आ रहा है, दिन है ये रात नहीं क्या है, कुछ भी नहीं है अगर होंठों पे है खामोशी मगर बातें कर रहीं हैं नज़र चुपके चुपके दो दिल मिल रहे हैं ... कहीं आग लगने से पहले, उठता है ऐसा धुआँ जैसा है इधर का नज़ारा, वैसा ही उधर का समाँ दिल में कैसी कसक सी जगी दोनों जानिब बराबर लगी देखो तो इधर से उधर चुपके चुपके दो दिल मिल रहे हैं ...

१८ अप्रेल- आज का गाना

गाना:  तेरी बिंदिया रे आय हाय, तेरी बिंदिया रे चित्रपट: अभिमान संगीतकार: सचिन देव बर्मन गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी स्वर: रफ़ी, लता रफ़ी: हूँ ..., ओ... तेरी बिंदिया रे रे आय हाय तेरी बिंदिया रे \- २ रे आय हाय लता: सजन बिंदिया ले लेगी तेरी निंदिया रफ़ी: रे आय हाय तेरी बिंदिया रे रफ़ी: तेरे माथे लगे हैं यूँ, जैसे चंदा तारा जिया में चमके कभी कभी तो, जैसे कोई अन्गारा तेरे माथे लगे हैं यूँ लता: सजन निंदिया... सजन निंदिया ले लेगी ले लेगी ले लेगी मेरी बिंदिया रफ़ी: रे आय हाय तेरा झुमका रे रे आय हाय तेरा झुमका रे लता: चैन लेने ना देगा सजन तुमका रे आय हाय मेरा झुमका रे लता: मेरा गहना बलम तू, तोसे सजके डोलूं भटकते हैं तेरे ही नैना, मैं तो कुछ ना बोलूं मेरा गहना बलम तू रफ़ी: तो फिर ये क्या बोले है बोले है बोले है तेरा कंगना लता: रे आय हाय मेरा कंगना रे बोले रे अब तो छूटे न तेरा अंगना रफ़ी: रे आय हाय तेरा कंगना रे रफ़ी: तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बनके ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके तू आयी है सजनिया लता: सजन अब तो सजन अब तो छ

१७ अप्रेल- आज का गाना

गाना: रात भी है कुछ भीगी-भीगी चित्रपट: मुझे जीने दो संगीतकार: जयदेव गीतकार: साहिर स्वर: लता मंगेशकर रात भी है कुछ भीगी-भीगी चाँद भी है कुछ मद्धम-मद्धम तुम आओ तो आँखें खोलें सोई हुई पायल की छम छम किसको बताएं कैसे बताएं आज अजब है दिल का आलम चैन भी है कुछ हल्का हल्का दर्द भी है कुछ मद्धम मद्धम छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम तपते दिल पर यूं गिरती है तेरी नज़र से प्यार की शबनम जलते हुए जंगल पर जैसे बरखा बरसे रुक-रुक थम-थम छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम होश में थोड़ी बेहोशी है बेहोशी में होश है कम कम तुझको पाने की कोशिश में दोनों जहाँ से खो गए हम छम-छम, छम-छम, छम-छम, छम-छम रात ...