'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल , और अनुराग शर्मा की आवाज़ में रवींद्र कालिया की कथा तीस साल बाद का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रियंका गुप्ता की हृदयस्पर्शी कथा "चांद" , जिसे स्वर दिया है, स्पेन से पूजा अनिल ने। कहानी का कुल प्रसारण समय 18 मिनट 11 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। प्रियंका गुप्ता कानपुर निवासी युवा लेखिका की रचनाएँ अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। छह संग्रहों में से दो पुरस्कृत। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी "पर खिड़की के पास भी उसके मन जितना ही अंधेरा था।" ( प्रियंका गुप्ता की "चांद" से एक अंश ) नीचे के प्लेयर से सुनें. (प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले