'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने पूजा अनिल के स्वर में उषा भदौरिया की लघुकथा नाव का धर्म का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं बलराम अग्रवाल की लघुकथा "चुड़ैल" , जिसे स्वर दिया है, अनुराग शर्मा ने। इस रचना का कुल प्रसारण समय 3 मिनट 16 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। बलराम अग्रवाल: 26 नवम्बर 1952 को बुलंदशहर में जन्म; हिंदी लघुकथा के महारथी। प्रकाशित पुस्तकों में सरसों के फूल, ज़ुबैदा, चन्ना चरनदास, दूसरा भीम प्रमुख। अनेक संकलनों का सम्पादन। विदेशी कहानियों व लघुकथाओं का अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद दो पुस्तकों को रूप में प्रकाशित। हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी "वह विचार मन में आते ही मिसेज़ खन्ना सिर से पाँव तक जैसे हिल सी गयीं।" ( बलराम अग्रव...