एक वैश्विक कवि सम्मेलन रश्मि प्रभा खुश्बू पूरे उत्तर भारत में सर्दी अपनी तमाम विविधताओं के साथ उतर चुकी है। लगातार धूप की तपिश और बरसाती मौसम की उमस से व्याकुल लोगों के लिए सुख और संतोष के दिन। और वैसे में भी रविवार का दिन। छुट्टी का दिन। फुरसत का दिन। और चूँकि माह का आखिरी रविवार है तो उम्मीद की जा सकती है कि वेतन भी मिल गया होगा। हालाँकि महँगाई अधिक है, फिर भी हम यही कहेंगे कि इस खास रविवार के लिए चाय के प्रबंध कर लेने भर का पैसा ज़रूर बचाये रखें, क्योंकि रश्मि प्रभा आज लेकर आती हैं, कवि सम्म्मेलन का विशेष कार्यक्रम। हिन्द-युग्म तो एक वैश्विक मंच है, वैसे केवल उत्तर भारतीय श्रोताओं की चिंता करना बेमानी होगी। हम मानते हैं कि उत्तर भारतीयों का हर मौसम की क्रूरता और अपनत्व से जितना सामीप्य है, उतना शायद दुनिया के दूसरे भूभागीयों का नहीं। वैसे हिन्द-युग्म के श्रोता दुनिया भर के 150 से भी अधिक देशों फैले हैं, तो यदि हम यह भी उम्मीद करें कि कहीं-कहीं भीषण गर्मी होगी, कहीं तूफान होगा तो भी यह तो हमारा विश्वास है कि रश्मि प्रभा के संचालन से उन्हें बहुत राहत मिलेगी। अब बातों के संसार से बाहर न