Skip to main content

Posts

Showing posts with the label film raziya sultan

"मुझे तेरी दूरी का ग़म हो क्यों?" वाक़ई कब्बन मिर्ज़ा की आवाज़ हमारे आसपास है...

एक गीत सौ कहानियाँ - 36   ‘तेरा हिज्र मेरा नसीब है . ..’ 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय चटर्जी का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तों, हम रोज़ाना रेडियो पर, टीवी पर, कम्प्यूटर पर, और न जाने कहाँ-कहाँ, जाने कितने ही गीत सुनते हैं, और गुनगुनाते हैं। ये फ़िल्मी नग़में हमारे साथी हैं सुख-दुख के, त्योहारों के, शादी और अन्य अवसरों के, जो हमारी जिन्दगी से कुछ ऐसे जुड़े हैं कि इनके बिना हमारी ज़िन्दगी बड़ी ही सूनी और बेरंग होती। पर ऐसे कितने गीत होंगे जिनके बनने की कहानियों से, उनसे जुड़े दिलचस्प क़िस्सों से आप अवगत होंगे? बहुत कम, है न? कुछ जाने-पहचाने, और कुछ कमसुने फ़िल्मी गीतों की रचना प्रक्रिया, उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें, और कभी-कभी तो आश्चर्य में डाल देने वाले तथ्यों की जानकारियों को समेटता है 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' का यह स्तम्भ 'एक गीत सौ कहानियाँ'। इसकी 36वीं कड़ी में आज जानिये फ़िल्म 'रज़िया सुल्तान' की ग़ज़ल "तेरा हिज्र मेरा नसीब है..." के बारे में क माल अमरोही निर्देशित 1983 की फ़िल्म 'रज़िया सुल्ता...