७ मार्च २००७ को हिन्द-युग्म पर एक गीत प्रकाशित हुआ था 'नाता'। आज हम उसी गीत को इसकी रचनाकार अनुपमा चौहान की आवाज़ में रिकार्ड करके आपके सेवा में दुबारा उपस्थित हुए हैं। आशा है आपको पसंद आयेगा।
स्वर- अनुपमा चौहान
बोल- नाता
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
सोमवार, 24 दिसंबर 2007
गुरुवार, 13 दिसंबर 2007
ज़िंदा हो गया है (कहानी)
हमने पॉडकास्ट ब्लॉग 'आवाज़' की शुरूआत सूरज प्रकाश की कहानी 'एक जीवन समांतर' से की थी। आज कहानी सुनाने के क्रम में हम लाये हैं राजीव रंजन प्रसाद के स्वर में इन्हीं की कहानी 'ज़िंदा हो गया है'। यह कहानी कहानी-कलश पर २६ सितम्बर २००७ को प्रकाशित है।
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
मंगलवार, 11 दिसंबर 2007
बाल-दिवस - किसके लिए?
कुछ दिनों पूर्व हिन्द-युग्म जब नवम्बर माह की प्रतियोगिता से हमने पंखुड़ी कुमारी की कविता 'बाल दिवस -किसके लिए?' प्रकाशित की थी तो हमारे एक पाठक शैलेश चन्द्र जम्लोकी (मुनि) ने अनुरोध किया था कि इस कविता को सुरों में ढाला जाना चाहिए। हमने स्वरबद्ध तो नहीं किया है लेकिन हाँ, विकास कुमार की आवाज़ में पॉडकास्ट अवश्य कर रहे हैं।
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
सोमवार, 10 दिसंबर 2007
तरबूज का भूत
पिछले महीने हिन्द-युग्म ने उद्घोषणा की थी कि जल्द ही प्रो॰ राजीव शर्मा की आवाज में उन्हीं की व्यंग्य कविताएँ पॉडकास्ट की जायेंगी। आज हम पहली व्यंग्य कविता लेकर हाज़िर हैं।
विपुल शुक्ला के सहयोग से प्रो॰ राजीव शर्मा की व्यंग्य रचना 'तरबूज का भूत' हम तक पहुँच सका है।
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
विपुल शुक्ला के सहयोग से प्रो॰ राजीव शर्मा की व्यंग्य रचना 'तरबूज का भूत' हम तक पहुँच सका है।
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
बुधवार, 5 दिसंबर 2007
कहानी का प्रसारण
हिन्द-युग्म बहुत समय से ऐसा विचार कर रहा था कि कहानी-कलश का पॉडकास्ट करे साथ ही साथ महान कहानीकारों की कहानियों का पॉडकास्ट करे। हिन्द-युग्म के दमदार आवाज़ विकास कुमार ने महान कथाओं को पॉडकास्ट का काम 'सुनो कहानी' पर शुरू भी कर दिया है।
आज हम इसी दिशा में अगली कोशिश कहानी-कलश की कहानी का पॉडकास्ट प्रसारित करके कर रहे हैं। पहली कहानी है वरिष्ठ कथाकार सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'। जिसे आवाज़ दिया है श्रीकांत मिश्र 'कांत' और शोभा महेन्द्रू ने। मज़ेदार बात यह है हमने यह ऑडियो भी इंटरनेट के कमाल से बनाया है। जीटॉक पर ही पूरा अभिनय हुआ है। श्रीकांत मिश्र 'कांत' ने चंडीगढ़ से तो शोभा महेन्द्रू ने फ़रीदाबाद से अपनी आवाज़ दी है।
(परिचय स्वर- श्वेता मिश्र)
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
ज़रूर बतायें कि हमारा यह प्रयास कैसा लगा?
आज हम इसी दिशा में अगली कोशिश कहानी-कलश की कहानी का पॉडकास्ट प्रसारित करके कर रहे हैं। पहली कहानी है वरिष्ठ कथाकार सूरज प्रकाश की कहानी 'दो जीवन समांतर'। जिसे आवाज़ दिया है श्रीकांत मिश्र 'कांत' और शोभा महेन्द्रू ने। मज़ेदार बात यह है हमने यह ऑडियो भी इंटरनेट के कमाल से बनाया है। जीटॉक पर ही पूरा अभिनय हुआ है। श्रीकांत मिश्र 'कांत' ने चंडीगढ़ से तो शोभा महेन्द्रू ने फ़रीदाबाद से अपनी आवाज़ दी है।
(परिचय स्वर- श्वेता मिश्र)
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
ज़रूर बतायें कि हमारा यह प्रयास कैसा लगा?
वेश्या - Veshya
स्वर- विकास कुमार
अक्षर- वेश्या
स्रोत- हिन्द-युग्म
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
मंगलवार, 4 दिसंबर 2007
वो नर्म सी ( Wo Narm see)
कवि- सजीव सारथी
स्वर- सुबोध साठे
संगीत-ऋषि एस॰ बालाजी
अक्षर- वो नर्म सी...
स्रोत- हिन्द-युग्म
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
सुबह की ताज़गी हो (Subah ki Tazagi ho)
नीचे ले प्लेयर से सुनें और ज़रूर बतायें कि कैसा लगा?
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
कवि- सजीव सारथी
स्वर- सुबोध साठे
संगीत-ऋषि एस॰ बालाजी
अक्षर- सुबह की ताज़गी
स्रोत- हिन्द-युग्म
युग्मवाणी ( Yugmvani )
कई बार शब्दों में परिचय जानना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी लेखक को लगता है कि मैं अपने दिल की बात नहीं बता पा रहा हूँ। इसलिए हिन्द-युग्म के वाहक निखिल आनंद गिरि ने अपने दो सहयोगियो महविश रहमान और रितिका पंत के साथ मिलकर हिन्द-युग्म का परिचय रिकार्ड किया। आप सभी सुनें और हमारे इस यज्ञ में अपनी आहूति दें।

यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
विविधभारती पर हिन्द-युग्म चर्चा ( Broadcasting on Vividh Bharati about Hind Yugm)
आकाशवाणी के पंचरंगी चैनल विविध भारती पर पिटारा के यूथ-एक्सप्रेस कार्यक्रम में रेडियो जॉकी यूनुस खान ने रविवार, २३ सितम्बर २००७ को हिन्द-युग्म पर जानकारी अपने श्रोताओं को दी थी। उस दौरान इसे प्रमेन्द्र प्रताप सिंह ने रिकार्ड कर लिया था। उसे हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं।
नीचे के प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।
नीचे के प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।
हिन्द-युग्म की आवाज़ें सुनना हुआ आसान
इसलिए यह प्रयास किया जा रहा है। इसके नियंत्रण की जिम्मेदारी हमारे पुराने आवाज़ विकास कुमार, सजीव सारथी, श्रीकांत मिश्र 'कांत' और शोभा महेन्द्रू सम्हालेंगे।
इस ब्लॉग पर हिन्द-युग्म के कविताएँ, कहानियाँ, बाल रचनाएँ, संगीतबद्ध गीत आदि प्रसारित होंगे।
यदि आप भी इस प्रयास से जुड़ना चाहते हैं तो कृपया यहाँ देखें।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
Popular Posts सर्वप्रिय रचनाएँ
-
स्वरगोष्ठी – 502 में आज देशभक्ति गीतों में शास्त्रीय राग – 6 "ये चमन हमारा अपना है..." और "जहाँ डाल-डाल पर सोने क...
-
स्वरगोष्ठी – 220 में आज दस थाट, दस राग और दस गीत – 7 : काफी थाट राग काफी में ‘बाँवरे गम दे गयो री...’ और बागेश्र...
-
स्वरगोष्ठी – 354 में आज पाँच स्वर के राग – 2 : “लगन तोसे लागी बलमा…” इन्दुबाला देवी से तिलंग की एक प्राचीन ठुमरी और लता मंगेश...
-
स्वरगोष्ठी – 214 में आज दस थाट, दस राग और दस गीत – 1 : कल्याण थाट राग यमन की बन्दिश- ‘ऐसो सुघर सुघरवा बालम...’ ‘...
-
लोकप्रिय स्तम्भ " बोलती कहानियाँ " के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यान...
-
'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने रीतेश खरे "सब्र जबलपुरी"...
-
स्वरगोष्ठी – 215 में आज दस थाट, दस राग और दस गीत – 2 : बिलावल थाट 'तेरे सुर और मेरे गीत दोनों मिल कर बनेगी प्रीत...
-
सजीव सारथी का नाम इंटरनेट पर कलाकारों की जुगलबंदी करने के तौर पर भी लिया जाता है. वर्चुएल-स्पेस में गीत-संगीत निर्माण की नई और अनूठी परम्पर...
-
स्वरगोष्ठी – 448 में आज नौशाद की जन्मशती पर उनके राग – 4 : राग देसी पं.दत्तात्रेय विष्णु पलुस्कर और उस्ताद अमीर खाँ से सुनि...
-
स्वरगोष्ठी – 236 में आज रागों का समय प्रबन्धन – 5 : रात के प्रथम प्रहर के राग राग भूपाली की बन्दिश - ‘जब से तुम संग लागल...
