गाना: लो आ गयी उनकी याद् चित्रपट: दो बदन संगीतकार: रवी गीतकार: शकिल बदायुनी स्वर: लता मंगेशकर लो आ गयी उनकी याद्, वो नहीं आए दिल उनको ढूंढता है, गम का सिंगार कर के आंखे भी रक गयी है, अब इंतजार कर के एक आस रह गयी है, वो भी ना टूट जाए रोती हैं आज हम पर, तनहाईयां हमारी वो भी ना पाए शायद्, परछाईयां हमारी बढते ही जा रहे है, मायूसीयों के साये लौ थरथरा रही है, अब शम-ए-जिंद्गी की उजडी हुयी मोहब्बत, मेहमां हैं दो घडी के मर कर ही अब मिलेंगे, जी कर तो मिल ना