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एक दर्द भरा नगमा हिमेश मार्का

ताज़ा सुर ताल - दर्द दिलों के  (एक्सपोस) जब से हिमेश रेशमिया संगीत निर्देशन में आये हैं, तब से हम उन्हें बहुत से मुक्तलिफ़ रूपों में देख चुके हैं, हिमेश केवल हिट गीत देने में विश्वास रखते हैं और बहुत अधिक अपने 'कम्फर्ट ज़ोन' से बाहर जाकर काम नहीं करते हैं, बावजूद इसके उनकी धुनों में एक ख़ास मिठास हमेशा से रही है ( ओढ़नी , क्यों किसी को वफ़ा के बदले, तेरी मेरी प्रेम कहानी  आदि), हिमेश इन दिनों अपने निर्माताओं को डबल बोनान्जा बाँट रहे हैं, यानी कि जो उनकी अपनी कहानी पर फिल्म बनायेगा उसके लिए वो अभिनय भी करेगें और जाहिर है जब अभिनय करेगें तो संगीत में भी अपनी पूरी ताकत झोंक देंगें. कुछ ऐसा ही है उनकी ताज़ा पेशकश एक्सपोस  का हाल. इस एल्बम में भी हर मूड के गीत हैं और सब के साब हिमेश की पक्की छाप वाले. कुछ बहुत नया न देते हुए भी हिमेश ऐसे गीत बनाने में कामियाब हुए हैं जिनका हिट होना लगभग तय है. खासकर ये गीत जो हम आपको सुना रहे हैं इसमें वही चिर परिचित हिमेशिया माधुर्य भी है और शास्त्रीयता की मिठास भी. मोहम्मद इरफ़ान ने बहुत दिल से गाया है इसे (शुक्र है हिमेश ने खुद नहीं गाया य...

साल की शुरुआत दो बेहद सुरीले प्रेम गीतों से

ताज़ा सुर ताल - 2014 - 01  दोस्तों, हमने सोचा कि इस बार हम ताज़ा सुर ताल का कलेवर थोडा सा बदल दें. बजाय पूरी एल्बम की चर्चा करने के अब से हम हर सप्ताह दो चुनिंदा गीतों का जिक्र करेंगें, तो चलिए साल की शुरुआत करें कुछ मीठा सुनकर. अब आप ही कहें कि क्या प्रेम से मधुर कुछ है इस दुनिया में ? दोस्तों वर्ष २०१३ के सबसे सफल गायक साबित हुए अरिजीत सिंह, और आशिकी २ में तो उन्होंने प्रेम गीतों को एक अलग ही मुकाम तक पहुँचाया, सच कहें तो मोहित चौहान के बाद अरिजीत पहले ऐसे गायक हैं जिनमें एक लंबी पारी खेलने की कुव्वत नज़र आती है. कभी जो बादल बरसे मैं देखूँ तुझे ऑंखें भर के , तू लगे मुझे पहले बारिश की दुआ ... पैशन से भरे इस गीत में एक अजब सा नशा है. तुराज़ के शब्दों को शरीब तोशी ने बहुत ही प्यार से संवारा है. और अरिजित के तो कहना ही क्या, तो लीजिए सुनिए फिल्म जैकपोट  का ये गीत.  अब इससे इत्तेफाक ही कहगें कि आज के हमारे दूसरे ताज़ा गीत में भी बारिश की झमाझम है,  बल्कि यहाँ तो गीत का नाम भी 'बारिश' ही है. आशिकी २ के निर्माताओं की ही ताज़ा पेशकश है फिल्म यारियाँ . यहाँ भी वर्...

कहीं "मादनो" की मिठास से तो कहीं "मैं कौन हूँ" के मर्मभेदी सवालों से भरा है "मिथुन" के "लम्हा" का संगीत

ताज़ा सुर ताल २२/२०१० विश्व दीपक - ’ताज़ा सुर ताल' में हम सभी का स्वागत करते हैं। तो सुजॊय जी, पिछले हफ़्ते कोई फ़िल्म देखी आपने? सुजॊय - हाँ, 'राजनीति' देखी, लेकिन सच पूछिए तो निराशा ही हाथ लगी। कुछ लोगों को यह फ़िल्म पसंद आई, लेकिन मुझे तो फ़िल्म बहुत ही अवास्तविक लगी। सिर्फ़ बड़ी स्टारकास्ट के अलावा कुछ भी ख़ास बात नहीं थी। कहानी भी बेहद साधारण। ख़ैर, पसंद अपनी अपनी, ख़याल अपना अपना। विश्व दीपक - पसंद की अगर बात है तो आज हम 'टी.एस.टी' में जिस फ़िल्म के गानें लेकर हाज़िर हुए हैं, मुझे ऐसा लगता है कि इस फ़िल्म के गानें लोगों को पसंद आने वाले हैं। आज ज़िक्र फ़िल्म 'लम्हा' के गीतों का। सुजॊय - 'लम्हा' बण्टी वालिया व जसप्रीत सिंह वालिया की फ़िल्म है जिसमें मुख्य भूमिकाएँ निभाई हैं संजय दत्त, बिपाशा बासु, कुणाल कपूर, अनुपम खेर ने। निर्देशक हैं राहुल ढोलकिया। संगीत दिया है मिथुन ने, और यह फ़िल्म परदर्शित होने वाली है १६ जुलाई के दिन, यानी कि ठीक एक महीने बाद। जैसा समझ में आ रहा है कि कश्मीर के पार्श्व पर यह फ़िल्म आधारित है। इस फ़िल्म का म्युज़िक लौम्च ...