गाना: है अपना दिल तो आवारा चित्रपट: सोलवाँ साल संगीतकार: सचिन देव बर्मन गीतकार: मजरूह सुलतान पुरी गायक: हेमंत कुमार है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आयेगा हसीनों ने बुलाया, गले से भी लगाया बहुत समझाया, यही न समझा बहुत भोला है बेचारा, न जाने किस पे आयेगा है अपना दिल तो आवारा ... अजब है दीवाना, न घर ना ठिकाना ज़मीं से बेगाना, फलक से जुदा ये एक टूटा हुआ तारा, न जाने किस पे आयेगा है अपना दिल तो आवारा ... ज़माना देखा सारा, है सब का सहारा ये दिल ही हमारा, हुआ न किसी का सफ़र में है ये बंजारा, न जाने किस पे आयेगा है अपना दिल तो आवारा ... हुआ जो कभी राज़ी, तो मिला नहीं काज़ी जहाँ पे लगी बाज़ी, वहीं पे हारा ज़माने भर का नाकारा, न जाने किस पे आयेगा है अपना दिल तो आवारा ... है अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आएगा ...