ओल्ड इस गोल्ड शृंखला # 49 यूँ तो गीतकार राजा मेंहदी अली ख़ान का नाम लेते ही याद आ जाते हैं संगीतकार मदन मोहन. और क्यूँ ना आए, आखिर इन दोनो की जोडी ने फिल्म संगीत के ख़ज़ाने को एक से एक नायाब मोतियों से समृद्ध जो किया है. आज 'ओल्ड इस गोल्ड' में हम राजा मेंहदी अली ख़ान के साथ मदन मोहन साहब की नहीं, बल्कि अगली पीढी की मशहूर संगीतकार जोडी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का बनाया हुया एक गीत सुनवा रहे हैं. राजा-जी और लक्ष्मी-प्यारे की जोडी ने बहुत कम एक साथ काम किया है. इस जोडी की सबसे चर्चित फिल्म का नाम है "अनिता". फिल्म के निर्माता शायद 1964 की फिल्म "वो कौन थी" से कुछ ज़्यादा ही प्रभावित हुए थे कि उसी 'स्टार कास्ट' यानी कि साधना और मनोज कुमार और वही गीतकार यानी राजा मेंहदी अली ख़ान को लेकर 1967 में "अनिता" फिल्म बनाने की सोची. बस मदन मोहन साहब की जगह पर आ गयी लक्ष्मी-प्यारे की जोडी. अनिता की कहानी भी कुछ रहस्यमय ही थी, पूरी फिल्म में नायिका के चरित्र पर एक रहस्य का पर्दा पड़ा रहता है. इस फिल्म में लता मंगेशकर ने कई खूबसूरत गीत गाए जो अलग अलग रंग के