गाना: मुझे जब जब बहारों का ज़माना याद आएगा चित्रपट: खानदान संगीतकार: रवि गीतकार: राजेन्द्र कृष्ण स्वर: रफ़ी मुझे जब जब बहारों का ज़माना याद आएगा कहीं अपना भी था इक आशियाना याद आएगा कल चमन था आज इक सहरा हुआ देखते ही देखते ये क्या हुआ कल चमन था ... मुझको बरबादी का कोई ग़म नहीं -२ ग़म है बरबादी का क्यों चर्चा हुआ कल चमन था ... एक छोटा सा था मेरा आशियाँ -२ आज तिनके से अलग तिनका हुआ कल चमन था ... सोचता हूँ अपने घर को देखकर -२ हो न हो ये है मेरा देखा हुआ कल चमन था ... देखने वालों ने देखा है धुआँ -२ किसने देखा दिल मेरा जलता हुआ कल चमन था ...