अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष हिंद युग्म आवाज़ के सभी महिला श्रोताओं को अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस की ढेरों शुभकामनायें. दुनिया की आधी आबादी को समर्पित इस दिन को सलाम. सशक्त होती नारी शक्ति को सलाम. फिर भी कुछ सवाल हैं आज भी, जो अनुत्तरित हैं. ऐसे ही कुछ सवालों पर केन्द्रित विचार लेकर उपस्थित हैं नीलम मिश्रा. स्वागत करें नीलम जी का - आज के समाज में महिलायें हर क्षेत्र में अपनी काबलियत साबित कर चुकी हैं. घर बाहर दोनों के बीच सामंजस्य बिठाती आज की नारी पढ़ी लिखी है, महत्वकांक्षी है, और अपने स्वस्थ, और परिवार की जरूरतों के प्रति जगुरुक भी. आवाज़ मंच पर भी नीलम जी के अलावा, रंजना जी, शोभा जी, शिवानी जी, अनीता जी, सीमा जी, पूजा अनिल और पारुल के साथ मृदुल जी और शन्नो जी ने अपनी आवाज़ और रचनात्मकता का लोहा मनवाया है. गायिकाओं में भी मानसी, मिथिला, प्रत्याक्षा, रम्या और तरन्नुम मालिक जैसी गायिकाओं ने यहाँ अपनी प्रतिभा से सबके मन को जीता है. आप सभी को समर्पित है शुभा मुदगल की आवाज़ में ये जोरदार गीत - "मन के मंजीरे".