गाना: चाँद जाने कहाँ खो गया चित्रपट: मैं चुप रहूँगी संगीतकार: चित्रगुप्त गीतकार: राजिंदर कृष्ण स्वर: रफ़ी , लता चाँद जाने कहाँ खो गया चाँद जाने कहाँ खो गया तुम को चेहरे से पर्दा हटाना ना था चांदनी को ये क्या हो गया चांदनी को ये क्या हो गया तुम को भी इस तरह मुस्कुराना ना था चाँद जाने कहाँ खो गया प्यार कितना जवान, रात कितनी हसीं आज चलते हुए थम गई है ज़मीन प्यार कितना जवान, रात कितनी हसीं आज चलते हुए थम गई है ज़मीन थम गई है ज़मीन आंख तारे झपकने लगे आंख तारे झपकने लगे ऐसी उलफ़त का जादू जगाना ना था चाँद जाने कहाँ खो गया चाँद जाने कहाँ खो गया तुम को चेहरे से पर्दा हटाना ना था चाँद जाने कहाँ खो गया प्यार में बेखबर, हम कहाँ आ गए मेरी आँखों में सपने से क्यों छा गए प्यार में बेखबर, हम कहाँ आ गए मेरी आँखों में सपने से क्यों छा गए क्यों छा गए दो दिलों की है मंजिल यहाँ दो दिलों की है मंजिल यहाँ तुम ना आते तो हम को भी आना ना था चांदनी को ये क्या हो गया चांदनी को ये क्या हो गया तुम को भी इस तरह मुस्कुराना ना था चाँद जाने कहाँ खो गया चाँद जान...