दो स्तों आप लोग सोच रहे होंगें कि आज गुरूवार है और आज तो दिन है 'खरा सोना गीत' के पोडकास्ट का, तो फिर ये ख़ामोशी क्यों है भाई...? तो दोस्तों हम आपको बता दें कि आज है ५ जुलाई और आज से ठीक ५ साल पहले यानी ५ जुलाई २००८ को रेडियो प्लेबैक इंडिया (पूर्व में आवाज़) की विधिवत शुरुआत हुई थी. यानी आज रेडियो प्लेबैक की ५ वीं सालगिरह है और हमारे अभासिया स्टूडियो में एक जबरदस्त पार्टी चल रही है, और हमारे सारे पॉडकास्टर वहीँ व्यस्त हैं, चलिए वहीँ चलें और देखें कि क्या क्या हो रहा है वहाँ... लीजिए द्वार पर ही हमें मिल गए हैं पीट्सबर्ग के 'स्मार्ट इंडियन' यानी सुनो कहानी स्तंभ के कर्ता धर्ता अनुराग शर्मा जी. अरे अरे रुकिए अनुराग जी RPI के ५ साल पूरे होने की बहुत बहुत बधाई, आज पीछे मुड़कर देखते हैं तो कैसा लगता है ये सफर ? अनुराग शर्मा - छोटी सी ज़िंदगी ने मुझे भारत और बाहर बहुत सी जगहें देखने और साथ ही बहुत से काम करने के अवसर दिये। बहुत कुछ सीखा और किया लेकिन यह मन किसी भी काम में लंबे समय तक नहीं लग सका। जो भी किया वह सब कुछ महीने से लेकर अधिकतम 3-4 साल तक ही चला...