लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछली बार आपने शीतल माहेश्वरी के स्वर में शरद जोशी लिखित व्यंग्य " आलोचना " का पाठ सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं, प्रसिद्ध साहित्यकार और भारतीय सैन्य अधिकारी कर्नल गौतम राजऋषि की फ़ौजी की डायरी का एक अंश ' करुणा में हमेशा एक निजी इतिहास होता है ', स्पेन से पूजा अनिल के स्वर में। राष्ट्रीय पहचान वाली पत्रिका कथादेश में प्रकाशित हो चुकी इस रचना का गद्य पाल ले इक रोग नादां पर उपलब्ध है। कुल प्रसारण समय 19 मिनट 20 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें। हवा जब किसी की कहानी कहे है नये मौसमों की जुबानी कहे है फ़साना लहर का जुड़ा है ज़मी...