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काला ना कोई हो गोरा...एक रंग सभी का रंग दे - सार्थक गीतों के पहरूवा पंकज अवस्थी

ताजा सुर ताल (५) नए संगीत में आज हम आपको सुनवाने जा रहे हैं, एक ऐसा गीत जो ऑस्ट्रेलिया में घटी ताज़ी घटनाओं के चलते और भी सार्थक हो गया है. इस गीत को स्वरबद्ध और संगीतबद्ध किया है एक ऐसे फनकार ने जिन्हें मुद्दों से जुड़े गीतों को रचने में महारत है. उनके हर गीत का एक मकसद होता है, या कहें कि वो संगीत को एक माध्यम की तरह इस्तेमाल करते हैं अपनी बात को दुनिया तक पहुँचाने के लिए. जी हाँ हम बात कर रहे हैं उभरते हुए संगीतकार और गायक पंकज अवस्थी की. उनका संगीत सरल और शुद्ध होते हुए भी दिल को छूता है और सबसे बड़ी बात ये कि सुनने वालों को सोचने के लिए भी मजबूर करता है. हैरी बवेजा की फिल्म "करम" के शीर्षक गीत "तेरा ही करम..." से भारतीय श्रोताओं ने उन्हें परखा. "खुदा के वास्ते..." गीत और उसके विडियो से पंकज ने जाहिर कर दिया कि वो किस तरह के संगीत को अपना आधार मानते हैं. उनकी एल्बम "नाइन" में भी उनके सूफी अंदाज़ को बेहद सराहा गया. इस एल्बम ने उन्हें देश विदेश में ख्याति दी. हिट गीत "खुदा के वास्ते..." भी इस एल्बम का हिस्सा था, जिसे बाद में जर्मन संग...