Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Kavyanaad

काव्यनाद की AIR FM Rainbow पर घंटे भर हुई चर्चा

होली के अवसर पर एआईआर एफ रेन्बो पर पूरा 1 घंटा काव्यनाद की चर्चा हुई। सजीव सारथी की लाइव बातचीत और इन्हीं के पसंद के गाने, साथ में काव्यनाद का एक गीत भी बजाया गया जिसे DTH और FM रेडियो के माध्यम से पूरे हिन्दुस्तान ने सुना। यह काव्यनाद की सफलता ही कही जायेगी कि इसे दुनिया भर में एक विशेष तरह का प्रयास माना जा रहा है। AIR FM Rainbow के कलाकार कैसे-कैसे कार्यक्रम में सजीव से इसी विषय पर बातचीत की गई। इससे पहले भी AIR FM Rainbow पर निखिल आनंद गिरि और सजीव सारथी का इंटरव्यू प्रसारित हो चुका है। 'पहला सुर' के विमोचन के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के कम्यूनिटी रेडियो DU-FM पर सजीव सारथी से प्रदीप शर्मा की लम्बी बातचीत प्रसारित हुई थी। लेकिन बहुत कम मौकों पर हम इस तरह के प्रसारणों को रिकॉर्ड कर पाते हैं, लेकिन इस बार विनीत भाई ने इसे रिकॉर्ड कर दिया हम आपको सुनवा पा रहे हैं। ग़ौरतलब है कि 'काव्यनाद' में प्रसाद, पंत, निराला, महादेवी, दिनकर और गुप्त की प्रतिनिधि कविताओं को संगीतबद्ध करके संकलित किया गया है, जिसका विमोचन 1 फरवरी 2010 को ‍ 19वें विश्व पुस्तक मेला में अशोक बा...

'काव्यनाद' और 'सुनो कहानी' की बम्पर सफलता

हिन्द-युग्म ने 19वें विश्व पुस्तक मेले (जो 30 जनवरी से 7 फरवरी 2010 के दरम्यान प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित हुआ) में बहुत-सी गतिविधियों के अलावा दो नायाब उत्पादों का भी प्रदर्शन और विक्रय किया। वे थे प्रेमचंद की 15 कहानियों का ऑडियो एल्बम ‘सुनो कहानी’ और जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सुमित्रानंदन पंत, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, रामधारी सिंह दिनकर, मैथिलीशरण गुप्त की प्रतिनिधि कविताओं के संगीतबद्ध स्वरूप का एल्बम ‘काव्यनाद’ । ये दोनों एल्बम विश्व पुस्तक मेला में सर्वाधिक बिकने वाले उत्पादों में से थे। दोनों एल्बमों की 500 से भी अधिक प्रतियों को साहित्य प्रेमियों ने खरीदा। इस एल्बम के ज़ारी किये जाने से पहले हिन्द-युग्म के संचालकों को भी इसकी इस लोकप्रियता और सफलता का अंदाज़ा नहीं था। 1 फरवरी 2010 को प्रगति मैदान के सभागार में इन दोनों एल्बमों के विमोचन का भव्य समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें वरिष्ठ कवि अशोक बाजपेयी , प्रसिद्ध कथाकार विभूति नारायण राय और संगीत-विशेषज्ञ डॉ॰ मुकेश गर्ग ने भाग लिया। ‘काव्यनाद’ और ‘सुनो कहानी’ कहानी की इस सफलता के बाद ऑल इंडिया रेडिय...

19वाँ विश्व पुस्तक मेला में होगा आवाज़ महोत्सव, ज़रूर पधारें

हिन्द-युग्म साहित्य को कला की हर विधा से जोड़ने का पक्षधर है। इसलिए हम अपने आवाज़ मंच पर तमाम गतिविधियों के साथ-साथ साहित्य को आवाज़ की विभिन्न परम्पराओं से भी जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में हमने प्रेमचंद की कहानियों को 'सुनो कहानी' स्तम्भ के माध्यम से पॉडकास्ट करना शुरू किया ताकि उन्हें इस माध्यम से भी संग्रहित किया जा सके। 19वाँ विश्व पुस्तक मेला जो प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 30 जनवरी से 7 फरवरी 2010 के मध्य आयोजित हो रहा है, में हिन्द-युग्म प्रेमचंद की 15 कहानियों के एल्बम 'सुनो कहानी' को जारी करेगा। इसी कार्यक्रम में जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर, मैथिलीशरण गुप्त की प्रतिनिधि कविताओं के संगीतबद्ध एल्बम ‘काव्यनाद’ का लोकार्पण भी होगा। उल्लेखनीय है कि 18वें विश्व पुस्तक मेला में भी हिन्द-युग्म ने इंटरनेट की हिन्दी दुनिया का प्रतिनिधित्व किया था और अपने पहला उत्पाद के तौर पर कविताओं और संगीतबद्ध गीतों के एल्बम 'पहला सुर' को जारी किया था। सन् 2008 में इंटरनेट पर हिन्दी का जितना बड़ा संसार...