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सिने-पहेली # 5

सिने-पहेली # 5 (30 जनवरी 2012)

रेडियो प्लेबैक इण्डिया के सभी श्रोता-पाठकों को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार! दोस्तों, 'सिने-पहेली' की पाँचवी कड़ी लेकर मैं हाज़िर हूँ। यह स्तंभ आज एक महीना पूरा कर रहा है, और जिस तरह से आप सब नें इसमें भागीदारी निभाई है, हम तहे दिल से आप सभी के आभारी हैं। हम यही समझते हैं कि कोई भी स्तंभ उसके पाठकों के सहयोग और योगदान के बिना सफल नहीं हो सकता। आगे भी इसी तरह से इस स्तंभ में हिस्सा लेते रहिएगा, चाहे जवाब मालूम हो या न हो, कम से कम कोशिश तो आप ज़रूर कर सकते हैं, और यही एक सच्चे खिलाड़ी की असली पहचान है। और फिर चलिए तैयार हो जाइए आज का खेल खेलने के लिए। शुरु करते हैं आज की सिने पहेली!!!


जैसा कि अब तक आप समझ ही चुके होंगे इस प्रतियोगिता को, फिर भी अपने नये श्रोता-पाठकों के लिए बता दूँ कि इसमें हर सप्ताह हम पाँच सवाल पूछते हैं, जिनका जवाब आपको हमें लिख भेजने होते हैं cine.paheli@yahoo.com के ईमेल आइडी पर। हर सप्ताह पिछले सप्ताह में पूछे गए सवालों के सही जवाबों के साथ-साथ कम से कम एक सही जवाब लिख भेजने वाले सभी प्रतियोगियों के नाम घोषित किए जाते हैं। ५० अंकों के बाद सबसे ज़्यादा अंक पाने वाले महाविजेता को 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' की तरफ़ से एक आकर्षक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। प्रतियोगिता में भाग लेने के नियम सवालों के बाद नीचे दिए गए हैं।

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सवाल-1: गोल्डन वॉयस

गोल्डन वॉयस में आज हम आपको जो ऑडियो क्लिप सुनवा रहे हैं उसमें आवाज़ है फ़िल्म-संगीत के पहले दौर की एक मशहूर गायिका-अभिनेत्री की। गीत के इस अंश को सुन कर पहचाइए आवाज़ को....



सवाल-2: पहचान कौन!

दूसरे सवाल के रूप में आपको हल करने हैं एक चित्र पहेली का। नीचे दिए गए चित्र को ध्यान से देखिए। यह एक फ़िल्म का पोस्टर है, जिसमें फ़िल्म का नाम हमनें छुपा दिया है। आपको बताना है कि यह किस फ़िल्म का पोस्टर है।



सवाल-3: सुनिये तो...

'सुनिये तो'.... में आज हम आपको सुनवा रहे हैं आशा भोसले और किशोर कुमार के गाए एक मशहूर युगल गीत का शुरुआती संगीत। पहचानिए इस गीत को। बहुत आसान है, है न?



सवाल-4: भूले बिसरे

और अब चौथा सवाल। आज ३० जनवरी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि है जो 'शहीद दिवस' के रूप में पालित होता है। बताइए वह कौन सी एकमात्र हिन्दी फ़िल्म है जो बापू नें थिएटर में जाकर देखी थी?

सवाल-5: आख़िरी सवाल!

और अब पाँचवा और आज का आख़िरी सवाल। सवाल क्या, यह एक पहेली है। ध्यान से पढ़िए और बूझिए... "वेद के संगीत में जब यह ग़ज़ल लिखी गई तो रेखा के होठों से निकलते हुए इसने इसके संगीतकार से ही जैसे पूछा कि इतने दिनों आप कहाँ थे?" बताइए किस फ़िल्मी ग़ज़ल की हम बात कर रहे हैं?


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तो दोस्तों, हमने पूछ लिए हैं आज के पाँचों सवाल, और अब ये रहे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के कुछ आसान से नियम....

१. अगर आपको सभी पाँच सवालों के जवाब मालूम है, फिर तो बहुत अच्छी बात है, पर सभी जवाब अगर मालूम न भी हों, तो भी आप भाग ले सकते हैं, और जितने भी जवाब आप जानते हों, वो हमें लिख भेज सकते हैं।

२. जवाब भेजने के लिए आपको करना होगा एक ई-मेल cine.paheli@yahoo.com के ईमेल पते पर। 'टिप्पणी' में जवाब न कतई न लिखें, वो मान्य नहीं होंगे।

३. ईमेल के सब्जेक्ट लाइन में "Cine Paheli # 5" अवश्य लिखें, और जवाबों के नीचे अपना नाम, स्थान और पेशा लिखें।

४. आपका ईमेल हमें शुक्रवार 3 फ़रवरी तक मिल जाने चाहिए।

है न बेहद आसान! तो अब देर किस बात की, लगाइए अपने दिमाग़ पे ज़ोर और जल्द से जल्द लिख भेजिए अपने जवाब। जैसा कि हमने शुरु में ही कहा है कि हर सप्ताह हम सही जवाब भेजने वालों के नाम घोषित किया करेंगे, और पचासवे अंक के बाद "महाविजेता" का नाम घोषित किया जाएगा।

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और अब 23 जनवरी को पूछे गए 'सिने-पहेली # 4' के सवालों के सही जवाब---

१. पहले सवाल 'गोल्डन वॉयस' में हमने आपको दो आवाज़ें सुनवाई, और वो आवाज़ें थीं मुहम्मद रफ़ी और मोहनतारा तलपडे की। और यह गीत था १९४७ की 'आपकी सेवा में', जिसमें लता मंगेशकर नें पहली बार पार्श्वागायन किया था।

२. 'चित्र-पहेली' में दिखाए गए चित्र में जिस फ़िल्म का दृश्य दिखाया गया था, वह था नेताजी सुभाषचन्द्र बोस पर बनी श्याम बेनेगल की महत्वाकांक्षी फ़िल्म 'Bose - The Forgotten Hero'।

३. 'सुनिये तो' में जो आवाज़ हमने सुनाई, वह आवाज़ थी मशहूर गायिका-अभिनेत्री सुरैया की, और वह विविध भारती के 'जयमाला' कार्यक्रम का एक अंश था।

४. 'भूले-बिसरे' में हमारा सवाल था - लता मंगेशकर का गाया हुआ एक भूला बिसरा गीत है "हंसी हंसी न रही, ख़ुशी ख़ुशी न रही"। बताइये यह गीत किस फ़िल्म का है। इसके साथ ही आपको एक ऐसा गीत और उसकी फ़िल्म का नाम भी बताना है जिसके मुखड़े में उपर्युक्त गीत की फ़िल्म का नाम आता है। तो सही हवाब है फ़िल्म 'सिपहिया', और "सिपहिया" शब्द वाला एक गीत है "बलमा सिपहिया हाय रे तेरी दम्बूक से डर लागे"।

५. 'आख़िरी सवाल' के रूप में हमने पूछा था कोई ऐसी फ़िल्म का नाम जिस फ़िल्म में शाहरूख़ ख़ान और जॉन एब्रहम, दोनों नें अभिनय किया हो। ऐसी फ़िल्में हैं 'कभी अलविदा न कहना' (जिसमें जॉन अतिथी कलाकार थे) और 'काल' (जिसमें शाहरूख़ ख़ान केवल फ़िल्म के शीर्षक गीत में नज़र आए थे)। एक फ़िल्म बन रही है 'बॉम्बे वेलवेट' के नाम से और कुछ अफ़वाह चल पड़ी है कि इसमें आमिर ख़ान और शाहरूख़ ख़ान, दोनों नज़र आयेंगे, और साथ में होंगे जॉन एब्रहम। पर अभी तक कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है इस बारे में। इसलिए हमारे सवाल के जवाब में इस फ़िल्म का नाम स्वीकार्य नहीं होगा।

और अब 'सिने पहेली # 4' के विजेताओं के नाम ये रहे -----

१. प्रकाश गोविन्द, लखनऊ --- ४ अंक
२. पंकज मुकेश, बेंगलुरू --- ४ अंक
३. क्षिति तिवारी, इन्दौर --- ३ अंक
४. शरद तैलंग, कोटा --- ३ अंक
५. निशान्त अहलावत, गुड़गाँव --- १ अंक
६. सी. अभिलाश, बेंगलुरू --- १ अंक
७. अमित चावला, दिल्ली --- १ अंक
८. अमूल्य चन्द्र बरुवा, गुवाहाटी --- १ अंक


आप सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई। अंक सम्बंधित अगर आप को किसी तरह की कोई शिकायत हो, तो cine.paheli@yahoo.com के पते पर हमें अवश्य सूचित करें। जिन पाठकों नें इसमें भाग लिया पर सही जवाब न दे सके, उनका भी हम शुक्रिया अदा करते हैं और अनुरोध करते हैं कि अगली पहेली में भी ज़रूर भाग लीजिएगा। तो आज बस इतना ही, अगले सप्ताह आपसे इसी स्तंभ में दोबारा मुलाक़ात होगी, तब तक के लिए सुलझाते रहिए हमारी सिने-पहेली, करते रहिए यह सिने मंथन, और अनुमति दीजिए अपने इस ई-दोस्त सुजॉय चटर्जी को, नमस्कार!

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