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डाकू ड्रामा - हिंदी फिल्मों के यादगार डाकू किरदार

तिग्मांशु धुलिया की नयी फिल्म में इरफ़ान खान ने "पान सिंह तोमर" की भूमिका निभायी है. पग बाधा दौड के एक राष्ट्रीय चेम्पियन की डकैत में तब्दील हो जाने की वास्तविक कथा है ये, जिसे इरफ़ान ने परदे पर साकार किया है. यूं आज की पीढ़ी के लिए डाकू या डकैत हैरत पैदा कर सकते हों पर नब्बे के दशक तक भी देश के कई बीहड़ इलाकों में अनेकों डाकुओं की सक्रियता देखी गयी थी इनमें से कुछ तो लोगों की नज़र में किसी हीरो से कम बिसात नहीं रखते थे, पान सिंह भी उन्हीं में से एक था. फ़िल्मी परदे पर भी अनेकों अभिनेताओं ने समय समय पर डाकुओं की भूमिका कर कभी दर्शकों की नफ़रत तो कभी सहानुभूति "लूटी" है. कुछ कलाकार इन भूमिकाओं में इतना यादगार अभिनय कर गए हैं कि यही भूमिका उनके अभिनय सफर की पहचान कहलाई जाने लगी. डाकू नामा में आईये कुछ ऐसे ही यादगार किरदारों पर नज़र दौडाएं.

Comments

Pankaj Mukesh said…
DAAKU NAMA MEIN HINDI FILMON KE PRAAN ABHINETA PRAAN JI DWARA FILM JIS DESH MEIN GANGA BAHTI HAI MEIN NIBHAYA KIRDAAR- DAKU RAKAA, KO KOI KAISE BHOOL SAKTA HAI??SAJEEV SARTHI JI, KRIPAYA PRAKASH DALIYE!!!MAIN INTEZZAAR KARTA RAH GAYA KI AGLE ...PHIR AGLE EPSODE MEIN AAYEGA,MAGAR NAHIN AAYA...MERE KHAYAAL SE DAKUWON PAR BANI SBHI FILMON MEIN PAHLI BAAR SABSE SAFAL RAHI AUR AWARD WINNING FILM HAI, JISKE NISHANA SADHANE KA SEEN BHI COPY HUI THI FILM SHOLE MEIN, MAINE SOJOY JI KO ISKI CHARCHA BHI KI HAI...SHOLEY KA CHARCHA HUWA MAGAR ORIGINAL FILM JDMGBH RAH GAI...
Sajeev said…
जी पंकज जी, भूल हुई, वाकई बड़ी गलती है, प्राण का वो किरदार वाकई यादगार था, पता नहीं कैसे मेरे जेहन से दूर रहा....माफ़ी...और धन्येव्वाद कि आपने इतने ध्यान से इसे सुना और इस गलती की तरफ ध्यान आकर्षित करवाया
Sajeev said…
जी पंकज जी, भूल हुई, वाकई बड़ी गलती है, प्राण का वो किरदार वाकई यादगार था, पता नहीं कैसे मेरे जेहन से दूर रहा....माफ़ी...और धन्येव्वाद कि आपने इतने ध्यान से इसे सुना और इस गलती की तरफ ध्यान आकर्षित करवाया

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