गाना: छुप गया कोई रे, दूर से पुकार के
संगीतकार:हेमंत कुमार
गीतकार:राजिंदर कृष्ण
स्वर: लता मंगेशकर
छुप गया कोई रे, दूर से पुकार के
दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के
छुप गया ...
आज हैं सूनी सूनी, दिल की ये गलियाँ
बन गईं काँटे मेरी, खुशियों की कलियाँ
प्यार भी खोया मैने, सब कुछ हार के
दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के
छुप गया ...
अँखियों से नींद गई, मनवा से चैन रे
छुप छुप रोए मेरे, खोए खोए नैन रे
हाय यही तो मेरे, दिन थे सिंगार के
दर्द अनोखे हाय, दे गया प्यार के
छुप गया ...
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