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सुधा ओम ढींगरा की कहानी लड़की थी वह

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवा रहे हैं हिन्दी की रोचक कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में मुंशी प्रेमचंद की कहानी "खून सफ़ेद" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" जिसे स्वर दिया है शेफाली गुप्ता ने।

कहानी "लड़की थी वह" का गद्य रचना समय ब्लॉग पर उपलब्ध है।

इस कहानी का कुल प्रसारण समय 8 मिनट 19 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।



यहां तो बच्चे तीन-चार भाषाएं सीखते हैं, पर बोलते अपनी मातृभाषा हैं। इसके लिए मां-बाप को कोशिश करने की बहुत जरूरत है। हिंदी को लेकर कुंठित मत हों।
~ सुधा ओम ढींगरा

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी

लगता है यम उन्हें लेने आयें हैं और कुत्तों ने यम को देख लिया है
(सुधा ओम ढींगरा की कहानी "लड़की थी वह" से एक अंश)


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
लड़की थी वह MP3
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#10th Story, Ladki Thi Vah: Sudha Om Dhingra/Hindi Audio Book/2013/10. Voice: Shaifali Gupta

Comments

लड़की थी वह -सुधा ओम ढींगरा की यह कहानी दिल को छू गई ! बहुत बधाई ! रामेश्वर काम्बोज और वीरबाला काम्बोज
अविवाहिता, इसलिए गुनाहगार; कन्या, इस लिए गुनाहगार... समाज का सच है यह. इंसानों से ज्यादा संवेदनशील तो जानवर ठहरे. बहुत मार्मिक कहानी. शुभकामनाएँ.
बहुत सार्थक दिल हिला देनी वाली लेकिन कड़वी सच्‍चाई को समेटे एक सुंदर कहानी ।
Bahut marmik kahanai thi ye...aaj ke samaj ka jita jaagta chitran kiya hai aapne...dil bhar aaya...
Rachana said…
di aapke sabdon me sabhi ko hila dene ka jadu hai .bahut marmik kahani hai .kadvi hai pr sachch bhi hai
rachana
haidabadi said…
Bahut khoob

Chaand

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