गाना: हज़ार राहें, मुड़के देखीं
चित्रपट:थोड़ी सी बेवफ़ाई
संगीतकार:खैय्याम
गीतकार:गुलजार
स्वर: किशोर कुमार
कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं
कहीं से कोई सदा ना आई
ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने
हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ...
कि: जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गये थे \- २
वो मोड़ अब भी वही खड़े हैं
ल: हम अपने पैरों में जाने कितने \- २
भंवर लपेटे हुए खड़े हैं
बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने
हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ...
कि: कहीं किसी रोज़ यूं भी होता
हमारी हालत तुम्हारी होती
ल: जो रातें हमने गुज़ारी मरके
वो रात तुमने गुज़ारी होतीं
बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने
हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई...
कि: उन्हें ये ज़िद थी के हम बुलाते
हमें ये उम्मीद वो पुकारें
ल: है नाम होंठों में अब भी लेकिन
आवाज़ में पड़ गई दरारें
कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं
कहीं से कोई सदा ना आई
ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने
हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई...
Comments