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झूठ बराबर तप नहीं - गोपाल प्रसाद व्यास

'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में उनका ही व्यंग्य संस्कृति के रखवाले सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गोपाल प्रसाद व्यास का व्यंग्य "झूठ बराबर तप नहीं", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

"झूठ बराबर तप नहीं" का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 36 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।



जब मैं सात वर्ष का हुआ तो भगवान् कृष्ण की तरह गोवर्धन पर्वत की तलहटी छोड़कर मथुरा आ गया।
~ गोपाल प्रसाद व्यास

हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी

जिस आदमी को अपनी नाक का ख्याल नहीं वह भी भला कोई आदमी है?
(गोपाल प्रसाद व्यास की "झूठ बराबर तप नहीं" से एक अंश)


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यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
VBR MP3
#Sixtieh Story, Jhooth Barabar Tap Nahin: Gopal Prasad Vyas/Hindi Audio Book/2010/7. Voice: Anurag Sharma

Comments

neeti sagar said…
waah!!!!jhoot bolne k bhi bahut fayde hote hai,,,
kahani sunkar to mere vichar hi badal gaye..ab jhoot bolne k jab itne fayde hote hai to bhala sach bolne ka jokhim koun lena chahega..

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