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देश प्रेम के रंग से रंगी है आज की 'सिने पहेली', अगर आप भी देश-भक्त हैं तो भाग लीजिए...


सिने-पहेली # 32 (11 अगस्त, 2012) 


'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं को सुजॉय चटर्जी का सप्रेम नमस्कार, और स्वागत है आप सभी का 'सिने पहेली' स्तंभ में। इस स्तंभ को सोमवार से शनिवार करने पर हमारे नियमित प्रतियोगी कितने लाभांवित हुए होंगे यह तो हमें पता नहीं, पर अफ़सोस इस बात का ज़रूर है कि दिन बदलने पर भी कोई नया खिलाड़ी इससे नहीं जुड़ा है प्रतियोगिता के नए सेगमेण्ट में। चलिए कोई बात नहीं, जितने भी प्रतियोगी हैं, उन्हीं से खेल को आगे बढ़ाया जाए। 'सिने पहेली - 31' के जवाबों में दो नाम सलमान ख़ान और क्षिति तिवारी का भी है। मैंने इन दोनों के नाम ख़ास तौर पर यहाँ इसलिए लिए क्योंकि जवाबों के अतिरिक्त भी इन्होंने कुछ संदेश भेजा है। सलमान भाई के 'सिने पहेली - 30' में भाग न लेने पर ये प्रतियोगिता में काफ़ी पीछे रह गए थे जिसका हमें बहुत अफ़सोस हुआ था। इन्होंने हमें बताया कि अलीगढ़ से दुबई स्थानान्तरित होने की वजह से उस सप्ताह वो इस खेल में भाग नहीं ले सके, पर आगे से वो नियमित भाग लेंगे। सलमान भाई, बहुत अच्छा लगा आप से यह संदेश पा कर, इस सेगमेण्ट के लिए आपको शुभकामनाएँ। इसमें कोई संदेह नहीं कि आप सभी प्रतियोगियों को कड़ी चुनौती देंगे। उधर क्षिति जी का कहना है, "इस सेगमेण्ट की विजेता बन कर मुझे बहुत ख़ुशी हुई। मेरी इच्छा बस एक बार विजेता बनने की थी। कैश प्राइज़ का कोई लालच नहीं। इस सेगमेण्ट में मुझे दो कारणों से सफलता मिली, पहला कारण मेरे फ़िल्म-प्रेमी सासु माँ और ससुर जी हैं और दूसरा कारण है गरमी की छुटी का होना। पहेली का जवाब देने में काफ़ी समय खर्च होता है, अब छुट्टियाँ ख़त्म होने पर इतना समय शायद न दे सकूँ। लेकिन कोई बात नहीं, एक बार विजेता बनने की ख़्वाहिश थी, वह पूरी हुई। मैं भाग लेती रहूँगी लेकिन अब इतना समय नहीं दे सकूँगी। आप सब का शुक्रिया"। क्षिति जी, आपका मेल पढ़ कर ख़ुशी भी हो रही है और अफ़सोस भी। बस इतना कहना चाहेंगे कि आप खेल को मत छोड़िए, अगर आपको समय नहीं मिल पाता है तो आप अपने सासु माँ और ससुर जी से इसमें भाग लेने के लिए अनुरोध कर सकती हैं। बाकी आपकी इच्छा! 

चलिए अब आगे बढ़ते हैं और आपको बताते हैं 'सिने पहेली' प्रतियोगिता के नियम।

कैसे बना जाए 'सिने पहेली महाविजेता?


1. सिने पहेली प्रतियोगिता में होंगे कुल 100 एपिसोड्स। इन 100 एपिसोड्स को 10 सेगमेण्ट्स में बाँटा गया है। अर्थात्, हर सेगमेण्ट में होंगे 10 एपिसोड्स।

2. प्रत्येक सेगमेण्ट में प्रत्येक खिलाड़ी के 10 एपिसोड्स के अंक जुड़े जायेंगे, और सर्वाधिक अंक पाने वाले तीन खिलाड़ियों को सेगमेण्ट विजेताओं के रूप में चुन लिया जाएगा। 

3. इन तीन विजेताओं के नाम दर्ज हो जायेंगे 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में। प्रथम स्थान पाने वाले को 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में 3 अंक, द्वितीय स्थान पाने वाले को 2 अंक, और तृतीय स्थान पाने वाले को 1 अंक दिया जायेगा। तीसरे सेगमेण्ट की समाप्ति पर अब तक का 'महाविजेता स्कोरकार्ड' यह रहा...


4. 10 सेगमेण्ट पूरे होने पर 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में दर्ज खिलाड़ियों में सर्वोच्च पाँच खिलाड़ियों में होगा एक ही एपिसोड का एक महा-मुकाबला, यानी 'सिने पहेली' का फ़ाइनल मैच। इसमें पूछे जायेंगे कुछ बेहद मुश्किल सवाल, और इसी फ़ाइनल मैच के आधार पर घोषित होगा 'सिने पहेली महाविजेता' का नाम। महाविजेता को पुरस्कार स्वरूप नकद 5000 रुपये दिए जायेंगे, तथा द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वालों को दिए जायेंगे सांतवना पुरस्कार।

और अब आज की पहेली...

आज की पहेली : देश-भक्ति वर्ग पहेली

दोस्तों, स्वाधीनता दिवस दरवाज़े पर दस्तक दे रही है। इसलिए हमने सोचा कि क्यों ना आज की 'सिने पहेली' पर देश-भक्ति रंग चढ़ाया जाए। यही सोच कर आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक वर्ग-पहेली। इसमें केवल फ़िल्मों के नाम छुपे हैं। ये फ़िल्में या तो देशभक्ति फ़िल्में हैं या फिर इनमें कम से कम एक देशभक्ति गीत मौजूद है। कुल 20 जवाब आपको देने हैं और हर सही जवाब के लिए आपको मिलेंगे 0.5 अंक। यानी इस वर्ग-पहेली के कुल अंक हैं 10।



बायें से दाँयें

1. इस फ़िल्म का एक देशभक्ति गीत एक विदेशी गीत की धुन से प्रेरित है।

2. इस फ़िल्म की नायिका रहीं वहीदा रहमान।

3. इस फ़िल्म में जो देशभक्ति गीत है उसी धुन पर फ़िल्म का एक अन्य रोमांटिक गीत भी है।

4. 1992 के इस चर्चित देश-भक्ति फ़िल्म के निर्देशक हैं मेहुल कुमार। 

5. इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में "धूल" और "सिपाही" का उल्लेख है।

6. गुल्शन बावरा पर केन्द्रित कोई भी कार्यक्रम इस फ़िल्म के एक गीत के उल्लेख के बिना अधूरा है।

7. इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में वैजयंतीमाला कोरस में गा रही हैं, अर्थात् वो गा तो रही हैं पर किसी पार्श्वगायिका ने उनका पार्श्वगायन नहीं किया है, बल्कि वो कोरस में गा रही हैं।

8. रफ़ी के गाए इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में देश पर मर-मिटने वाले को अमरत्व मिलने की बात कही गई है।  

9. इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में बहुत सी आवाज़ें हैं जिनमें दो आवाज़ें कुमार सानू और शब्बीर कुमार की भी हैं।

10. देशभक्ति और क्रिकेट, दोनों ही देखने को मिली इस फ़िल्म में।

11. इस युद्ध आधारित फ़िल्म में लता-किशोर का गाया एक बहुत ही ख़ूबसूरत युगल गीत भी है जिसमें मौसम की बात है।


उपर से नीचे

1. इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में जीतेन्द्र नज़र आ रहे हैं अपनी मूँछ के साथ।

12. इस फ़िल्म का देशभक्ति गीत फ़िल्म का शीर्षक गीत भी है जिसे रफ़ी और बच्चों ने गाया है।

13. इस फ़िल्म का पार्श्व 1962 भारत-चीन युद्ध है।

14. यह एक यादगार बच्चों की देशभक्ति फ़िल्म है।

15. इस फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक दो सगे भाई हैं। इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में साम्प्रदायिक सदभाव के विचार सुनने को मिलते हैं।

16. इस फ़िल्म के देशभक्ति गीत में धरती और आसमान को माता-पिता का रूप दिया गया है।

17. एक सुविख्यात उपन्यास पर आधारित है यह फ़िल्म, फ़िल्म का शीर्षक उपन्यास का ही नाम है। और इसी उपन्यास में एक ऐसा देशभक्ति गीत है जो अद्वितीय है।

18. हिरोशिमा-नागासाकी में हुए परमाणु आक्रमण के पार्श्व पर यह फ़िल्म बनी थी और इसके एक गीत में "हिरोशिमा" का उल्लेख भी है।

19. इस फ़िल्म का शीर्षक गीत ही फ़िल्म का एक देशभक्ति गीत भी है जिसे मन्ना डे ने गाया है।


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और अब ये रहे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के कुछ आसान से नियम....

1. उपर पूछे गए सवालों के जवाब एक ही ई-मेल में टाइप करके cine.paheli@yahoo.com के पते पर भेजें। 'टिप्पणी' में जवाब न कतई न लिखें, वो मान्य नहीं होंगे।

2. ईमेल के सब्जेक्ट लाइन में "Cine Paheli # 32" अवश्य लिखें, और अंत में अपना नाम व स्थान अवश्य लिखें।

3. आपका ईमेल हमें बृहस्पतिवार 16 अगस्त शाम 5 बजे तक अवश्य मिल जाने चाहिए। इसके बाद प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों को शामिल नहीं किया जाएगा।

4. सभी प्रतियोगियों ने निवेदन है कि सूत्र या हिंट के लिए 'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के किसी भी संचालक या 'सिने पहेली' के किसी भी प्रतियोगी से फ़ोन पर या ईमेल के ज़रिए सम्पर्क न करे। हिंट माँगना और हिंट देना, दोनों इस प्रतियोगिता के खिलाफ़ हैं। अगर आपको हिंट चाहिए तो अपने दोस्तों, सहयोगियों या परिवार के सदस्यों से मदद ले सकते हैं जो 'सिने पहेली' के प्रतियोगी न हों।


पिछली पहेली के सही जवाब


'सिने पहेली - 31' के सवालों के सही जवाब ये रहे...

1. "मैं बंगाली छोकरा करूँ प्यार को नोमोश्कारोम, मैं मद्रासी छोकरी मुझे तुमसे प्यारम" (रागिनी)

2. "ज़िंदगी क्या है एक लतीफ़ा है" (अमृत)

3. "मेरे नैना सावन भादों" (महबूबा)

4. "वो एक दोस्त जो मुझको ख़ुदा सा लगता है" (सुर्ख़ियाँ)

5. "बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया" (हम किसी से कम नहीं)


पिछली पहेली के परिणाम


'सिने पहेली - 31' के परिणाम इस प्रकार हैं...

1. प्रकाश गोविन्द, लखनऊ --- 10 अंक

2. सलमन ख़ान, अलीगढ़ --- 10 अंक

3. क्षिति तिवारी, इंदौर --- 10 अंक

4. रीतेश खरे, मुंबई --- 10 अंक

5. अल्पना वर्मा, अल-आइन, यू.ए.ई --- 10 अंक

6. विजय कुमार व्यास, बीकानेर --- 10 अंक

7. गौतम केवलिया, बीकानेर --- 10 अंक

8. महेश बसंतनी, पिट्सबर्ग, यू.एस.ए --- 8 अंक

9. पंकज मुकेश, बेंगलुरू --- 8 अंक

10. अमित चावला, दिल्ली --- 8 अंक

11. चन्द्रकान्त दीक्षित, लखनऊ --- 6 अंक

12. निशान्त अहलावत, गुड़गाँव --- 6 अंक

13. अदिति चौहान, देहरादून --- 4 अंक



सभी प्रतियोगियों को हार्दिक बधाई। अंक सम्बंधित अगर आपको किसी तरह की कोई शिकायत हो, तो cine.paheli@yahoo.com के पते पर हमें अवश्य सूचित करें। 

'सिने पहेली' को और भी ज़्यादा मज़ेदार बनाने के लिए अगर आपके पास भी कोई सुझाव है तो 'सिने पहेली' के ईमेल आइडी पर अवश्य लिखें। आप सब भाग लेते रहिए, इस प्रतियोगिता का आनन्द लेते रहिए, क्योंकि महाविजेता बनने की लड़ाई अभी बहुत लम्बी है। आज के एपिसोड से जुड़ने वाले प्रतियोगियों के लिए भी 100% सम्भावना है महाविजेता बनने का। इसलिए मन लगाकर और नियमित रूप से (बिना किसी एपिसोड को मिस किए) सुलझाते रहिए हमारी सिने-पहेली, करते रहिए यह सिने मंथन, और अनुमति दीजिए अपने इस ई-दोस्त सुजॉय चटर्जी को, आप सभी को स्वाधीनता दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ, नमस्कार!

Comments

Alpana Verma said…
देशभक्ति के रंग में रंगी तिरंगी पहेली अच्छी है .

क्षिति तिवारी जी का कहना सही है ,पहेली में समय बहुत लगता हैं.

मेरी भी छुट्टियाँ खतम हो रही हैं .
इस अंक के बाद नियमित हो पाना मेरे लिए भी मुश्किल होगा फिर भी जब भी संभव होगा ,भाग लेती रहूंगी.

स्वाधीनता दिवस 'अगस्त १५'की सभी को शुभकामनाएँ,

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