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बोलती कहानियाँ: आसक्ति की मृगतृष्णा

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अर्चना चावजी की आवाज़ में प्राख्यात अमेरिकी कथाकार ओ हेनरी की अंग्रेज़ी कहानी "द लास्ट लीफ" का हिन्दी अनुवाद ""अनोखी कलाकृति" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हिन्दी कवि, लेखक, ब्लॉगर और विचारक श्री हंसराज “सुज्ञ” की लघुकथा "आसक्ति की मृगतृष्णा", अनुराग शर्मा की आवाज़ में।

आज श्री हंसराज सुज्ञ जी का जन्मदिन भी है। रेडियो प्लेबैक इंडिया परिवार की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएँ!

प्रस्तुत कहानी "आसक्ति की मृगतृष्णा" का पाठ हिन्दी ब्लॉग श्रुत-सुज्ञ पर पढ़ा जा सकता है। कहानी का कुल प्रसारण समय ३ मिनट १३ सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

 यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

“सामान्य श्रेणी का मनुष्य भी महापुरुषों की श्रेणी में सहज ही पहुंच सकता है।”
श्री हंसराज “सुज्ञ”
मुंबई में आयात-निर्यात और घरेलू आपूर्ति में व्यवसायरत। साहित्य, इतिहास और आध्यात्म में गहन रूचि। जीवन-शैली में नैतिक जीवन-मूल्यों के प्रसार प्रयोजन को समर्पित। निरामिष सामूहिक ब्लॉग के संस्थापक व संचालक।

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी

"चिथड़ों में लिपटा उसका ढीला-ढाला और झुर्रियों से भरा बुढ़ापे का शरीर।"
(श्री हंसराज “सुज्ञ” की लघुकथा "आसक्ति की मृगतृष्णा" से एक अंश)

नीचे के प्लेयर से सुनें.
 

यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाऊनलोड कर लें:
VBR MP3
(लिंक पर राइट क्लिक करके "सेव ऐज़" का विकल्प चुनें)

 #41st Story, Asakti Ki Mrigtrishna: Hansraj Sugya/Hindi Audio Book/2012/40. Voice: Anurag Sharma

Comments

सुज्ञ said…
जन्मदिन पर इससे बहुमूल्य उपहार क्या होगा. बहुत बहुत आभार!!
Smart Indian said…
अनंत शुभकामनायें, सुज्ञ जी!
सुज्ञ जी, आपको जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ।
सुज्ञ said…
कृष्णमोहन जी आपका बहुत बहुत आभार!!

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