100 शानदार वर्ष पूरे करने की कगार पर है हमारा सिनेमा. विभिन्न आयोजनों के माध्यम से हम टटोल रहे हैं इन सौ यादगार वर्षों से कुछ खट्टे मीठे पल. अमूमन हर फिल्म में सबसे प्रमुख दो कलाकार होते हैं, एक नायक और एक नायिका. रुपहले परदे पर जाने कितने नायक नायिकाओं की जोडियाँ बनी, इनमें से कुछ जोड़ियों को फिल्मकारों ने बार बार कई बार दोहराया, क्योंकि उनकी आपसी केमिस्ट्री, परदे पर उनका रोमांस दर्शकों के मन को रिझाने में कामियाब रहा था. कभी कभी इन जोड़ियों का ओन स्क्रीन प्रेम उनके व्यक्तिगत जीवन में उथल पुथल मचा गया तो कभी इन कलाकारों ने परदे से बाहर एक दूसरे से दूरी बनाये रखने को ही बेहतर समझा. इन यादगार जोड़ियों पर एक पड़ताल है हमारा ये ब्रोडकास्ट. स्क्रिप्ट और प्रतुतिकरण है सजीव सारथी का. सुनिए और अपनी राय हम तक पहुंचायिये.
सुर संगम में आज -भारतीय संगीताकाश का एक जगमगाता नक्षत्र अस्त हुआ -पंडित भीमसेन जोशी को आवाज़ की श्रद्धांजली
सुर संगम - 05 भारतीय संगीत की विविध विधाओं - ध्रुवपद, ख़याल, तराना, भजन, अभंग आदि प्रस्तुतियों के माध्यम से सात दशकों तक उन्होंने संगीत प्रेमियों को स्वर-सम्मोहन में बाँधे रखा. भीमसेन जोशी की खरज भरी आवाज का वैशिष्ट्य जादुई रहा है। बन्दिश को वे जिस माधुर्य के साथ बदल देते थे, वह अनुभव करने की चीज है। 'तान' को वे अपनी चेरी बनाकर अपने कंठ में नचाते रहे। भा रतीय संगीत-नभ के जगमगाते नक्षत्र, नादब्रह्म के अनन्य उपासक पण्डित भीमसेन गुरुराज जोशी का पार्थिव शरीर पञ्चतत्त्व में विलीन हो गया. अब उन्हें प्रत्यक्ष तो सुना नहीं जा सकता, हाँ, उनके स्वर सदियों तक अन्तरिक्ष में गूँजते रहेंगे. जिन्होंने पण्डित जी को प्रत्यक्ष सुना, उन्हें नादब्रह्म के प्रभाव का दिव्य अनुभव हुआ. भारतीय संगीत की विविध विधाओं - ध्रुवपद, ख़याल, तराना, भजन, अभंग आदि प्रस्तुतियों के माध्यम से सात दशकों तक उन्होंने संगीत प्रेमियों को स्वर-सम्मोहन में बाँधे रखा. भीमसेन जोशी की खरज भरी आवाज का वैशिष्ट्य जादुई रहा है। बन्दिश को वे जिस माधुर्य के साथ बदल देते थे, वह अनुभव करने की चीज है। 'तान' को वे अपनी चे
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तुने ओ रंगीले कैसा जादू किया........ सुन रही हूँ. कितने दिनों बाद यहाँ रुककर कुछ सुन रही हू, कुछ लिख रही हूँ.एक खुशी और हल्कापन महसूस कर रही हूँ आज. उफ़! अपने ही घर से यह मन कैसे उचट गया? 'नेम-प्लेट ही बदली है इन्दुजी' ने जैसे खोया हुआ कुछ मुझे वापस लौटा दिया. थेंक्स... नही लिखूंगी.काहे लिखूंगी? नही लिखती.बस मेरी मर्जी.
ऐसीच हूँ मैं तो- मूडी :)