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सुनिए बाल-कविता 'गिलहरी का घर'

आवाज़ पर बहुत दिनों से हम आपको कोई बाल-कविता नहीं सुनवा पाये थे, क्योंकि मीनू आंटी इन दिनों छुट्टी पर हैं।
लेकिन बच्चों के लिए यह काम करने का जिम्मा नीलम मिश्रा जी ने भी स्वीकारा है। नीलम आंटी बतौर अपने पहला प्रयास डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन की कविता 'गिलहरी का घर' लेकर आई हैं। तो आप सुनिए, अपने घर के बच्चों को सुनवाइए और हमें बताइए कि कैसा लगा।

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Comments

बहुत खुब मजा आ गया.
धन्यवाद
बहुत अच्छी कविता, बधाई!
rahul said…
प्रथम प्रयास बहुत ही अच्छा है . इस आवाज को थोड़े प्रयास से प्रोफेशनल आवाज में ढाला जा सकता है. बच्चन जी की कविता को अच्छा कहने के लिए भी मैं बहुत छोटा हूँ
AAP KA PRYAAS SRAAHNEEYA HAI .NEELAM JI BAHUT-BAHUT BADHAAII ek ati sundar kavita ko aavaaz dene ke liye
annu said…
nice effort & good job
mann
आयी गिलहरी बच्चन जी की
ले नीलम जी की आवाज
सुन्दर सी कविता के ऊपर
सुन्दर गाने का अन्दाज ।
neelam said…
aawaj ko achcha bataane ke liye aap sabhi ka
bahut bahut shukriya.
KANDWAL said…
ati uttam sun kar maan parsan ho gaya...........

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