दूसरे सत्र के सातवें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज.
सभी संगीत प्रेमियों को आज़ाद भारत की ६१ वीं सालगिरह मुबारक.
कुछ तो है बात जो, हस्ती मिटती नही हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन, दौरे जहाँ हमारा.
महंगाई की मार से बेहाल, आतंकवादी हमलों से सहमे, सांप्रदायिक हिंसा से खौफ खाये, एक बेहद मुश्किल दौर से गुजरते आम आदमी के चेहरे पर तब मुस्कराहट लौट आती है जब दूर बीजिंग से ख़बर आती है, कि एक २४ वर्षीय युवा ने ओलंपिक में तिरंगा लहराया है. अपनी तमाम चिताएं, और परेशानियों को भूलकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर भारतीय फ़िर एक
बार भारतीय होने का गर्व महसूस करने लगता है. आज हमें एक नही, दो नही हजारों, करोड़ों अभिनव बिंद्रा चाहिए, जो असंख्य देश प्रेमियों की, अनगिनत कुर्बानियों की बदौलत मिले इस आज़ादी के तोहफे का मान रख सके. आज हिंद युग्म, देश के युवाओं से अपील करता है कि वो आगे बढ़ें और कमान संभालें, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें, अपने लिए सही राह चुनें, जीत के लक्ष्य को लेकर चलें, और अपने भीतर छुपे "अभिनव" को बाहर लेकर आयें. कुछ ऐसे ही भावों से ओत प्रेत है, हमारा आज के ये गीत भी. इस गीत के माध्यम से एक बार फ़िर हिंद युग्म अपनी एक और नई खोज, एक नई आवाज़ को विश्वमंच दे रहा हैं. ओडिसा की मिट्टी से उड़कर एक आवाज़ जो दूर UK में जाकर बस गयी थी,बिस्वजीत की,जिसे ढूंढ निकला हमारी टीम ने. संगीत है, ऋषि एस का और बोल लिखे हैं, सजीव सारथी ने. तो सुनिए ये ताज़ातरीन गीत और इस युवा गायक को अपना मार्गदर्शन देकर प्रोत्साहित कीजिये.
गीत को सुनने के लिए नीचे के प्लेयर पर क्लिक करें -
"Jeet Ke geet" is an inspirational song for people fighting for different purposes in life. This song is for motivating them to keep going ahead when they loose hopes at the times of failure. The uniqueness of the song is, it is a song of everyone as life is never complete without hurdles.
This has been rendered by Biswajit, the newest Hind Yugm discovery presently working in Bristol,UK for whom singing is his life. About making of this song, he states-
"The major challenge in this song was to have an inspirational voice while singing. So, I was remembering how my father used to inspire when I was not doing well in the exams. How he was sounding at that time. That really helped”.
Composer Rishi S. put the experience in these words -
“कुछ गाने ऐसे होते हैं जो मैं अपने ख़ुद के लिये बनाता हूँ ."जीत के गीत" ऐसा ही एक गाना है. बिस्वजीत जी का यह पहला गाना है युग्म के लिए. मैंने तस्वीर बनाई तो, सजीव जी ने उसमें रंग भर दिए और बिस्वजीत जी की आवाज़ ने उसमें जान फूंक दी जैसे. अगर धुन बनाते समय यह पता होता कि इस गाने के बोल और आवाज़ इतनी बढ़िया होगी तो शायद इससे बेहतर कुछ बना लेता ! Thanks to Sajeev and Biswajith”
Like earlier songs of Hind Yugm, this song also has been made through
the internet jamming ( This time it was between India, US and UK ). Hope this song is going to inspire the listeners to achieve their dreams.
To listen to this brand new song, please click on the player below –
Lyrics - गीत के बोल
बहते बहते धारे,
कहते तुझसे सारे,
चलना है राही ये जीवन,
छाए बादल कारे,
डूबे चन्दा तारे,
डूबे न साथी तेरा मन,
साँस में आस के सुर,
दिल में मंजिल की धुन,
जीत के गीत गा रे ....
बहते बहते धारे,
कहते तुझसे सारे,
चलना है साथी ये जीवन,
माना राहें तेरी,
इस पल हैं अँधेरी,
ढलने ही वाली है ये रात,
बदलेगा ये मौसम,
कल ये सारा आलम,
समझेगा तेरे दिल की बात,
थम ना जाना, बीच सफर राही,
है किनारा, तेरा, आज भंवर साथी,
तूफानों से तू लड़ता चल...
बहते बहते....
पर्वत सा इरादा,
कर ले ख़ुद से वादा,
हारेगा न तू हौसला,
निश्चल तेरा मन हो,
सच्ची जो लगन हो,
तो फ़िर है क्या ये फासला,
मन के हारे, हार है साथी
मन के जीते, बढ़ते, जाते राही,
सच की डगर तू चलता चल...
बहते बहते...
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
SONG # 07, SEASON # 02, "JEET KE GEET" OPENED ON 15/08/2008 @ HINDYUGM AWAAZ.
Music @ Hind Yung, where music is a passion
सभी संगीत प्रेमियों को आज़ाद भारत की ६१ वीं सालगिरह मुबारक.
कुछ तो है बात जो, हस्ती मिटती नही हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन, दौरे जहाँ हमारा.
महंगाई की मार से बेहाल, आतंकवादी हमलों से सहमे, सांप्रदायिक हिंसा से खौफ खाये, एक बेहद मुश्किल दौर से गुजरते आम आदमी के चेहरे पर तब मुस्कराहट लौट आती है जब दूर बीजिंग से ख़बर आती है, कि एक २४ वर्षीय युवा ने ओलंपिक में तिरंगा लहराया है. अपनी तमाम चिताएं, और परेशानियों को भूलकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर भारतीय फ़िर एक
बार भारतीय होने का गर्व महसूस करने लगता है. आज हमें एक नही, दो नही हजारों, करोड़ों अभिनव बिंद्रा चाहिए, जो असंख्य देश प्रेमियों की, अनगिनत कुर्बानियों की बदौलत मिले इस आज़ादी के तोहफे का मान रख सके. आज हिंद युग्म, देश के युवाओं से अपील करता है कि वो आगे बढ़ें और कमान संभालें, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें, अपने लिए सही राह चुनें, जीत के लक्ष्य को लेकर चलें, और अपने भीतर छुपे "अभिनव" को बाहर लेकर आयें. कुछ ऐसे ही भावों से ओत प्रेत है, हमारा आज के ये गीत भी. इस गीत के माध्यम से एक बार फ़िर हिंद युग्म अपनी एक और नई खोज, एक नई आवाज़ को विश्वमंच दे रहा हैं. ओडिसा की मिट्टी से उड़कर एक आवाज़ जो दूर UK में जाकर बस गयी थी,बिस्वजीत की,जिसे ढूंढ निकला हमारी टीम ने. संगीत है, ऋषि एस का और बोल लिखे हैं, सजीव सारथी ने. तो सुनिए ये ताज़ातरीन गीत और इस युवा गायक को अपना मार्गदर्शन देकर प्रोत्साहित कीजिये.
गीत को सुनने के लिए नीचे के प्लेयर पर क्लिक करें -
"Jeet Ke geet" is an inspirational song for people fighting for different purposes in life. This song is for motivating them to keep going ahead when they loose hopes at the times of failure. The uniqueness of the song is, it is a song of everyone as life is never complete without hurdles.
This has been rendered by Biswajit, the newest Hind Yugm discovery presently working in Bristol,UK for whom singing is his life. About making of this song, he states-
"The major challenge in this song was to have an inspirational voice while singing. So, I was remembering how my father used to inspire when I was not doing well in the exams. How he was sounding at that time. That really helped”.
Composer Rishi S. put the experience in these words -
“कुछ गाने ऐसे होते हैं जो मैं अपने ख़ुद के लिये बनाता हूँ ."जीत के गीत" ऐसा ही एक गाना है. बिस्वजीत जी का यह पहला गाना है युग्म के लिए. मैंने तस्वीर बनाई तो, सजीव जी ने उसमें रंग भर दिए और बिस्वजीत जी की आवाज़ ने उसमें जान फूंक दी जैसे. अगर धुन बनाते समय यह पता होता कि इस गाने के बोल और आवाज़ इतनी बढ़िया होगी तो शायद इससे बेहतर कुछ बना लेता ! Thanks to Sajeev and Biswajith”
Like earlier songs of Hind Yugm, this song also has been made through
the internet jamming ( This time it was between India, US and UK ). Hope this song is going to inspire the listeners to achieve their dreams.
To listen to this brand new song, please click on the player below –
Lyrics - गीत के बोल
बहते बहते धारे,
कहते तुझसे सारे,
चलना है राही ये जीवन,
छाए बादल कारे,
डूबे चन्दा तारे,
डूबे न साथी तेरा मन,
साँस में आस के सुर,
दिल में मंजिल की धुन,
जीत के गीत गा रे ....
बहते बहते धारे,
कहते तुझसे सारे,
चलना है साथी ये जीवन,
माना राहें तेरी,
इस पल हैं अँधेरी,
ढलने ही वाली है ये रात,
बदलेगा ये मौसम,
कल ये सारा आलम,
समझेगा तेरे दिल की बात,
थम ना जाना, बीच सफर राही,
है किनारा, तेरा, आज भंवर साथी,
तूफानों से तू लड़ता चल...
बहते बहते....
पर्वत सा इरादा,
कर ले ख़ुद से वादा,
हारेगा न तू हौसला,
निश्चल तेरा मन हो,
सच्ची जो लगन हो,
तो फ़िर है क्या ये फासला,
मन के हारे, हार है साथी
मन के जीते, बढ़ते, जाते राही,
सच की डगर तू चलता चल...
बहते बहते...
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3 | 64Kbps MP3 | Ogg Vorbis |
SONG # 07, SEASON # 02, "JEET KE GEET" OPENED ON 15/08/2008 @ HINDYUGM AWAAZ.
Music @ Hind Yung, where music is a passion
Comments
badhai!bahut madhur aur prerak geet hai.aaj ke shubh din is sundar geet ke laye jane ka main swagat karta hoon!waise swadheenta divas par agar aur bhi jyada sandarbhik geet le kar aate to shreyaskar hota!kal raksha bandhan bhi hai,yugm se sheeghra hi us vishay par bhi ek geet ki apeksha rahegi!
yah geet bahut sundar ban para hai.antatah yugm ko ek khul kar gane wala gayak mil gaya!biswajit ji me gayki ki apar sambhawnayen hain,inhen le kar aur bhi geeton par kaam karen.
rishi ji ashanuroop hi ek umda dhun le kar aye jo is geet ke bhav ko bahut khubsurati se pravahit karti hai.sangeet sanyojan par halanki aur jyada mehnat ki jaye to geet aur sundar ban jayega.
geet ke bol bare prerak hain...saral shabd,gahan bhav!badhai ho sanjeev ji!
kul mila kar sabhi paksh santoshprad hain.bas vadyon ke sanyojan ko aur behtar banaya ja sakta tha, aisa geet sun kar prateet hota hai.
yugm se aur bhi aise hi geeton ki apeksha rahegi!
shubh kamnayen!
jai hind!
-janmejay
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं....
सुन्दर गीत,सुरीले स्वर एवं मधुर संगीत के लिए सजीव जी ,विस्वजीत जी और ऋषि जी को ढ़ेर सारी बधाई व शुभकामनाएं....
स्वाधीनता दिवस की शुभकामना...पूरी आवाज़ टीम को.
I like what i heard, its very nice.
It seems some things which i have been highlighting in the past have been worked upon. Lyrics are getting simpler, Music is to the feel its tied properly & did not bleed while track rendering, Singers voice is pleasing & trained.
Al though there are some errors here & there, primarily in tieing the vocals during the Aalap interlude but considering its internet jamming its not of importance. It given
Overall..90 out of 100
Its been a pleasure to listen & appreciate.
Cheers & Jai Hind
Sudeep
बहुत-बहुत बधाई
geet ke bol, sangeet aur awaaz sabhi behad umdaa hain.
sajeev ji, rishi ji aur biswajit ji ko anekon badhaiyaan!!!
-vishwa deepak 'tanha'
bol pahle se banaayidhun par rakhne se gaane ki spirit nahi rahti hai,gaane ki aatma kahi mar si jaati hai ,humaari samajh me ye nahi aa rahaa hai ki jab rishi s ji bol par dhun banaane ke liye taiyaar hai tab aap bol par dhun ko taiyaar kyoun nahi karte ???????????????
keep it up....all the best...
बिस्वजीत