स्वरगोष्ठी – 290 में आज
नौशाद के गीतों में राग-दर्शन – 3 : जोहराबाई के स्वर में दीवाली गीत
“आई दीवाली आई दीवाली, दीपक संग नाचे पतंगा...”
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लखनऊ
से बम्बई (अब मुम्बई) आने के बाद नौशाद ने पियानो वादक और संगीतकारों के
सहायक के रूप में काम किया। 1939 में स्वतंत्र रूप से पहला गीत फिल्म
‘कंगन’ के लिए स्वरबद्ध किया। इसके बाद स्वतंत्र संगीतकार के तौर पर 1940
में प्रेमनगर, 1941 में माला, दर्शन और स्टेशन मास्टर, 1942 में नई दुनिया
और शारदा, 1943 में कानून, संजोग, नाटक और नमस्ते के संगीत ने लोगों को
लुभाया। 1944 का साल संगीतकार नौशाद के लिए बेहद सफल था। इस वर्ष ‘जेमिनी
पिक्चर्स’ के बैनर तले गीतकार मधोक ने बनाई फिल्म ‘रतन’, जिसके प्रदर्शित
होते ही चारों तरफ़ इसके गीतों की धूम मच गई और नौशाद प्रथम श्रेणी के
संगीतकारों में शामिल हो गए। नौशाद ने इस फ़िल्म में ज़ोहराबाई अम्बालेवाली
से गीत गवाकर चारों तरफ़ तहलका मचा दिया। एम. सादिक़ निर्देशित इस फ़िल्म
के मुख्य कलाकार थे करण दीवान और स्वर्णलता। फ़िल्म में अन्य चर्चित गीतों
के साथ ज़ोहराबाई का गाया “आई दीवाली, आई दीवाली, दीपक संग नाचे पतंगा...” जैसे गीतों में भी राग की सुगन्ध थी।
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राग भैरवी : “आई दीवाली, आई दीवाली,...” : जोहराबाई अम्बालेवाली : फिल्म – रतन
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राग भैरवी : "जगज्जननी भवतारिणी मोहिनी तू नवदुर्गा..." : डॉ. प्रभा अत्रे
संगीत पहेली
‘स्वरगोष्ठी’ के 290वें अंक की संगीत पहेली में आज हम आपको लगभग सात दशक पुरानी हिन्दी फिल्म के लोकप्रिय गीत का एक अंश सुनवा रहे हैं। इसे सुन कर आपको निम्नलिखित तीन में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर देने हैं। ‘स्वरगोष्ठी’ के इस अंक का उत्तर सम्पन्न होने तक जिस प्रतिभागी के सर्वाधिक अंक होंगे, उन्हें इस वर्ष की चौथी श्रृंखला (सेगमेंट) का विजेता घोषित किया जाएगा।
1 – गीत का यह अंश सुन कर बताइए कि इसमें किस राग का स्पर्श है?
2 – गीत के इस अंश में प्रयोग किये गए ताल का नाम बताइए।
3 – क्या आप गायिका को आवाज़ को पहचान सकते हैं? हमे उनका नाम बताइए।
आप उपरोक्त तीन में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर केवल swargoshthi@gmail.com या radioplaybackindia@live.com पर इस प्रकार भेजें कि हमें शनिवार, 5 नवम्बर 2016 की मध्यरात्रि से पूर्व तक अवश्य प्राप्त हो जाए। COMMENTS
में दिये गए उत्तर मान्य हो सकते है, किन्तु उसका प्रकाशन पहेली का उत्तर
भेजने की अन्तिम तिथि के बाद किया जाएगा। इस पहेली के विजेताओं के नाम हम
‘स्वरगोष्ठी’ के 292वें अंक में प्रकाशित करेंगे। इस अंक में प्रकाशित और
प्रसारित गीत-संगीत, राग, अथवा कलासाधक के बारे में यदि आप कोई जानकारी या
अपने किसी अनुभव को हम सबके बीच बाँटना चाहते हैं तो हम आपका इस संगोष्ठी
में स्वागत करते हैं। आप पृष्ठ के नीचे दिये गए COMMENTS के माध्यम से तथा swargoshthi@gmail.com अथवा radioplaybackindia@live.com पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं।
पिछली पहेली के विजेता
‘स्वरगोष्ठी’
क्रमांक 288 की संगीत पहेली में हमने आपको 1946 में प्रदर्शित फिल्म
‘अनमोल घड़ी’ से एक राग आधारित गीत का अंश सुनवा कर आपसे तीन प्रश्न पूछा
था। आपको इनमें से किसी दो प्रश्न का उत्तर देना था। पहले प्रश्न का सही
उत्तर है- राग – पहाड़ी, दूसरे प्रश्न का सही उत्तर है- ताल - कहरवा और तीसरे प्रश्न का सही उत्तर है- गायिका – नूरजहाँ। इस बार की पहेली में हमारे नियमित प्रतिभागियों में से चेरीहिल, न्यूजर्सी से प्रफुल्ल पटेल, जबलपुर से क्षिति तिवारी, वोरहीज़, न्यूजर्सी से डॉ. किरीट छाया और पेंसिलवेनिया, अमेरिका से विजया राजकोटिया। उपरोक्त सभी चार विजेताओं को ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ की ओर से हार्दिक बधाई।
अपनी बात
मित्रो,
‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ पर सैकड़ों
पाठकों के अनुरोध पर जारी लघु श्रृंखला “नौशाद के गीतों में राग-दर्शन” के
आज के अंक में पुनः आपने राग भैरवी पर आधारित गीत का रसास्वादन किया। इस
श्रृंखला के लिए हमने संगीतकार नौशाद के आरम्भिक दो दशकों की फिल्मों के
गीत चुने हैं। श्रृंखला के आलेख को तैयार करने के लिए हमने फिल्म संगीत के
जाने-माने इतिहासकार और हमारे सहयोगी स्तम्भकार सुजॉय चटर्जी और लेखक पंकज
राग की पुस्तक ‘धुनों की यात्रा’ का सहयोग लिया है। गीतों के चयन के लिए
हमने अपने पाठकों की फरमाइश का ध्यान रखा है। यदि आप भी किसी राग, गीत अथवा
कलाकार को सुनना चाहते हों तो अपना आलेख या गीत हमें शीघ्र भेज दें। हम
आपकी फरमाइश पूर्ण करने का हर सम्भव प्रयास करते हैं। आपको हमारी यह
श्रृंखला कैसी लगी? हमें ई-मेल swargoshthi@gmail.com पर अवश्य लिखिए। अगले
रविवार को एक नए अंक के साथ प्रातः 8 बजे ‘स्वरगोष्ठी’ के इसी मंच पर आप
सभी संगीतानुरागियों का हम स्वागत करेंगे।
प्रस्तुति : कृष्णमोहन मिश्र
राग भैरवी : SWARGOSHTHI – 290 : RAG BHAIRAVI : 30 अक्तूबर, 2016
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