प्लेबैक वाणी - संगीत समीक्षा - सन ऑफ़ सरदार
दिवाली करीब है और बड़ी फ़िल्में तैयार है दर्शकों के मनोरजन के लिए. इस दिवाली पर देवगन प्रोडक्शन की बहुप्रतीक्षित ‘सन ऑफ सरदार’ प्रदर्शित हो रही है, यश राज फिल्म्स की ‘जब तक है जान’ के साथ. आईये आज चर्चा करते हैं ‘सन ऑफ सरदार’ के संगीत की. देवगन ने अपनी इस बड़ी फिल्म के लिए विश्वास के साथ जिम्मा सौंपा है हिमेश रेशमिया के कन्धों पर. फिल्म कोमेडी और एक्शन का संगम है जाहिर है गीत संगीत में भी भरपूर मस्ती की गुन्जायिश है. आईये देखें कि कैसा है ‘एस ओ एस’ का संगीत.
‘कभी कभी मेरे दिल में ख़याल (सवाल) आता है...’ को मजाकिया अंदाज़ में उठाते हैं खुद अजय देवगन जिसके बाद अमन तिरखा और हिमेश मायिक सँभालते हैं. ये एक पैप्पी गीत है हालाँकि रिदम उतना कदम थिरकाने वाला नहीं है फिर भी देसी ठाठ के इस गीत में मनोरजन भरपूर है.
मिका और भव्या पंडित की दमदार आवाजों में अगला गीत अल्बम की जान है “रानी तू मैं राजा” की धुन सुनते ही मन में बस जाने वाली है. संगीत संयोजन धडकनों में थिरकन पैदा करने वाला है. शब्द भी जानदार चुने हैं समीर ने. और गीत का नृत्य संयोजन कमाल का है. यक़ीनन एक चार्ट बस्टर गीत.
“पों पों” गीत में रेशमिया, अमन तिरखा, और विकास भल्ला की मिली जुली आवाजों में एक मर्दाना कैफियत का गीत है. मस्ती से भरपूर इस गीत में धुन फिर एक बार कैची (catchy) है. शायद लंबे समय तक ये गीत लोगों को याद न रहे पर संजय दत्त की उपस्थिति इस गीत को तत्काल कमियाबी अवश्य दे सकती हैं.
‘तू कमाल दी कुडी’ गीत एक और पंजाबी भांगड़ा गीत है, जिसे विनीत सिंह और ममता शर्मा ने गाया है. विनीत की आवाज़ में अब काफी जोश भी दिखता है, हमारे श्रोताओं को याद होगा कि किस तरह शुरू से ही हिमेश ने विनीत न सिर्फ प्रोत्साहन दिया बल्कि उन्हें बड़ी फिल्मों में बहतरीन मौके भी दिए. गीत हालाँकि कुछ बहुत अलग या नया सा नहीं लगता है पर अल्बम के अन्य गीतों के अनरूप ही कदम थिरकाने वाला है
अन्य दो गीत कुछ अलग मिजाज़ के हैं “बिछडन” राहत फ़तेह अली खान की आवाज़ में है जो हिमेश के पुराने राग आधारित गीतों की याद दिलाता है. संगीत संयोजन हमेशा की तरह खूबसूरत है. आतिफ असलम का गाया ‘ये जो हल्की हल्की’ सबसे अलग ध्वनि का है जहाँ बेस गिटार का खूबसूरत इस्तेमाल है. कुल मिलकर ‘एस ओ एस’ का संगीत मनोरजन से भरपूर है. तेज रिदम के गीतों में मेलोडी का पुट भी है. हाँ नयेपन का अभाव अवश्य है. रेडियो प्लेबैक दे रहा है इस अल्बम को ३.६ की रेटिंग
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