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सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन 'अज्ञेय' रचित "मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई"

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में सुभद्रा कुमारी चौहान की व्यंग्यात्मक कहानी "जम्बक की डिबिया" का पाठ सुना था।

आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन 'अज्ञेय' की भारत के विभाजन के दुष्काल पर आधारित मार्मिक कहानी मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

कहानी "मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई" का गद्य स्वार्थ पर उपलब्ध है। इस कथा का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 29 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।




लेखक और पत्रकार सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन एक प्रसिद्ध स्वाधीनता संग्राम सेनानी भी थे। 1930 में क्रांतिकारी सरदार भगतसिंह को जेल से छुड़ाने की योजना में "अज्ञेय" भी शामिल थे। सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन 'अज्ञेय' (7 मार्च 1911 - 4 अप्रैल 1987)

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

जमीला को बुरा लगा, बोली, ‘‘इतना गुमान ठीक नहीं है, बहिन! हम भी तो मुसलमान हैं’’
 (सच्‍चिदानन्‍द हीरानन्‍द वात्‍स्‍यायन 'अज्ञेय' रचित "मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई" से एक अंश)


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मुस्लिम-मुस्लिम भाई-भाई MP3

#19th Story, Muslim Muslim Bhai Bhai: Agyeya/Hindi Audio Book/2013/19. Voice: Anurag Sharma

Comments

बहुत भावपूर्ण कहानी है. बंटवारा बेहद त्रासद रहा है.

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