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रफ़ी साहब के सुरीले जीवन की सुरीली कहानी, विनोद विप्लव की जुबानी - 01

सदाबहार गीतों के प्रमुख एफ रेडियो चैनल आल् इंडिया रेडियो के एफएम गोल्ड ने मोहम्मद रफी की याद में एक धारावाहिक कार्यक्रम पेश किया। एफ एम गोल्ड के लोकप्रिय कार्यक्रम ''गा मेरे मन गा'' के तहत आठ किस्तों में प्रसारित यह कार्यक्रम लेखक एवं पत्रकार विनोद विप्लव के साथ बातीचत के आधार पर तैयार किया गया। विनोद विप्लव से यह बातचीत प्रसिद्ध रेडियो प्रजेंटर एवं नाटक लेखक दानिश इकबाल ने की थी। 
 
गौरतलब है कि यूनीवार्ता में मुख्य संवाददाता के रूप में कार्यरत विनोद विप्लव को मोहम्मद रफी की पहली जीवनी लिखने का श्रेय प्राप्त है। ''मेरी आवाज सुनो'' के नाम से यह जीवनी 1997 में प्रकाशित हुयी थी और उस समय किसी भी भाषा में उपलब्ध मोहम्मद रफी की एकमात्र जीवनी थी। हालांकि अब मोहम्मद रफी पर कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। विनोद विप्लव लिखित जीवनी का उर्दू संस्करण भी शीघ्र बाजार में आने वाला है।

Comments

cgswar said…
रेडि‍यो प्‍लेबैक इंडि‍या पर एक अच्‍छी श्रृंखला की शुरूवात. इंतजार रहेगा अगले अंक का.

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