सिने-पहेली - 63 में आज
'रेडियो प्लेबैक इण्डिया' के सभी पाठकों और श्रोताओं का सिने पहेली में स्वागत है। सुरों की मलिका सबकी चहेती और अपनी आवाज़ से सबको दीवाना बना देने वाली शमशाद बेगम हम सब के बीच में नहीं रही। आज की सिने पहेली उनको श्रद्धांजलि है और आप सबको मौका है यह बतलाने का कि इस महान गायिका से आप कितने जुड़े हुए हैं।
आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना चाहेंगे कि अभी भी कुछ देर नहीं हुई है, आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ कर भी आप महाविजेता बन सकते हैं, यही इस प्रतियोगिता की ख़ासियत है। इस प्रतियोगिता के नियमों का नीचे किया गया है, ध्यान दीजियेगा।
आज की पहेली
शमशाद बेगम : बूझो तो जानें
1- किस गीत के जरिये आप शमशाद बेगम को गायिका हर्षदीप कौर से जोड़ सकते हैं?
2- शमशाद बेगम के गाये गीतों से सजी अंतिम रिलीज़ हिन्दी फिल्म कौन सी है?
3- एक्ट्रेस, निशाना , जौहर महमूद इन हांगकांग और ब्लफ मास्टर फिल्मो में शमशाद बेगम के गाए गीतों में क्या समानता है?
4- शमशाद बेगम ने किस रेडिओ पर दिसम्बर 16, 1937 में लाहौर में शुरुआत करते हुए अपने श्रोताओं का दिल अपनी आवाज़ से मंत्रमुग्ध कर दिया था?
5- सी.आई.डी. फिल्म में शमशाद बेगम के गाए किस गाने को आप फिल्म जिस देश में गंगा बहती है और फिल्म अराउंड द वर्ल्ड के किस गाने से जोड़ सकते हैं?
पिछली पहेली का हल
1- ‘ऐ मेरे हमसफर इक जरा इंतज़ार...’ / 3- ‘पहले प्यार का पहला गम...’
‘ऐ मेरे हमसफर...’ गीत फिल्म ‘क़यामत से क़यामत तक' का है। इसी फ़िल्म में एक गीत है- ‘पापा कहते हैं...’ इसी नाम से बनी फ़िल्म का गीत है- ‘पहले प्यार का पहला गम...’।
2 – ‘घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूँ मैं...’ / 4- ‘हो गया है तुझको तो प्यार सजना...’
‘घुंघरू की तरह...’ गीत फिल्म ‘चोर मचाये शोर’ का है। इसी फिल्म में ‘ले जायेंगे ले जायेंगे दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे...’ गीत भी है। फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएँगे’ शीर्षक से बनी फिल्म का गीत है- ‘हो गया है तुझको तो प्यार सजना...’।
3 – ‘तेरी महफिल में किस्मत आजमा कर…’ / 5- ‘ओ ओ जानेजाना ढूंढें तुझे दीवाना...’
गीत ‘तेरी महफिल में किस्मत आजमा कर हम भी देखेंगे...’ फिल्म ‘मुगले आज़म’ का है। इसी फिल्म में एक गीत है ‘प्यार किया तो डरना क्या...’। इसी नाम से एक फिल्म बनी जिसमें गीत है- ‘ओ ओ जाने जाना...’।
4 – ‘नि सुल्ताना रे प्यार का मौसम आया...’ / 1- ‘छोटी छोटी रातें लम्बी हो जाती हैं...’
‘नि सुल्ताना रे प्यार का मौसम आया...’ गीत फिल्म ‘प्यार का मौसम’ का है। इसी फिल्म में एक गीत है- ‘तुम बिन जाऊं कहाँ...’। इस गीत के आरम्भिक दो शब्दों को लेकर ‘तुम बिन’ नामक फिल्म बनी जिसका गीत है- ‘छोटी छोटी रातें लम्बी हो जाती हैं...’
5 – ‘जीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा...’ / 2- ‘बिंदिया चमके चूड़ी खनके लोंग मारे...’
‘जीना यहाँ मरना यहाँ...’ गीत फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ का है। इसी फिल्म का एक और गीत है- ‘जाने कहाँ गए वो दिन कहते थे तेरी याद में तुमको न भूल पायेंगे...’। बाद में ‘तुमको न भूल पायेंगे’ शीर्षक से एक फिल्म बनी, जिसका गीत है- ‘बिंदिया चमके चूड़ी खनके लोंग मारे लश्कारे...’।
पिछली पहेली के विजेता
इस बार 'सिने पहेली' में कुल 4 प्रतियोगियों ने भाग लिया। सबसे पहला 100% सही जवाब भेज कर इस बार 'सरताज प्रतियोगी' बने हैं बीकानेर के विजय कुमार व्यास। विजय जी, बहुत बहुत बधाई आपको। आइए अब नज़र डालते हैं सिने पहेली - 62 के के विजेताओं के नाम और उनके प्राप्तांकों पर।
1- विजय कुमार व्यास, बीकानेर - 10 अंक
2- प्रकाश गोविन्द, लखनऊ - 10 अंक
3- सी.के. दीक्षित, लखनऊ - 10 अंक
इस सेगमेण्ट का अब तक का सम्मिलित स्कोरकार्ड
1- विजय कुमार व्यास, बीकानेर - 10 अंक
2- प्रकाश गोविन्द, लखनऊ - 10 अंक
3- सी.के. दीक्षित, लखनऊ - 10 अंक
इस सेगमेण्ट का अब तक का सम्मिलित स्कोरकार्ड
नये प्रतियोगियों का आह्वान
नये प्रतियोगी, जो इस मज़ेदार खेल से जुड़ना चाहते हैं, उनके लिए हम यह बता दें कि अभी भी देर नहीं हुई है। इस प्रतियोगिता के नियम कुछ ऐसे हैं कि किसी भी समय जुड़ने वाले प्रतियोगी के लिए भी पूरा-पूरा मौका है महाविजेता बनने का। अगले सप्ताह से नया सेगमेण्ट शुरू हो रहा है, इसलिए नये खिलाड़ियों का आज हम एक बार फिर आह्वान करते हैं। अपने मित्रों, दफ़्तर के साथी, और रिश्तेदारों को 'सिने पहेली' के बारे में बताएँ और इसमें भाग लेने का परामर्श दें। नियमित रूप से इस प्रतियोगिता में भाग लेकर महाविजेता बनने पर आपके नाम हो सकता है 5000 रुपये का नगद इनाम।
कैसे बना जाए 'सिने पहेली महाविजेता?
1. सिने पहेली प्रतियोगिता में होंगे कुल 100 एपिसोड्स। इन 100 एपिसोड्स को 10 सेगमेण्ट्स में बाँटा गया है। अर्थात्, हर सेगमेण्ट में होंगे 10 एपिसोड्स।
2. प्रत्येक सेगमेण्ट में प्रत्येक खिलाड़ी के 10 एपिसोड्स के अंक जुड़े जायेंगे, और सर्वाधिक अंक पाने वाले तीन खिलाड़ियों को सेगमेण्ट विजेताओं के रूप में चुन लिया जाएगा।
3. इन तीन विजेताओं के नाम दर्ज हो जायेंगे 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में। सेगमेण्ट में प्रथम स्थान पाने वाले को 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में 3 अंक, द्वितीय स्थान पाने वाले को 2 अंक, और तृतीय स्थान पाने वाले को 1 अंक दिया जायेगा। छठे सेगमेण्ट की समाप्ति तक 'महाविजेता स्कोरकार्ड' यह रहा...
4. 10 सेगमेण्ट पूरे होने पर 'महाविजेता स्कोरकार्ड' में दर्ज खिलाड़ियों में सर्वोच्च पाँच खिलाड़ियों में होगा एक ही एपिसोड का एक महा-मुकाबला, यानी 'सिने पहेली' का फ़ाइनल मैच। इसमें पूछे जायेंगे कुछ बेहद मुश्किल सवाल, और इसी फ़ाइनल मैच के आधार पर घोषित होगा 'सिने पहेली महाविजेता' का नाम।
जवाब भेजने का तरीका
उपर पूछे गए सवालों के जवाब एक ही ई-मेल में टाइप करके cine.paheli@yahoo.com के पते पर भेजें। 'टिप्पणी' में जवाब कतई न लिखें, वो मान्य नहीं होंगे। ईमेल के सब्जेक्ट लाइन में "Cine Paheli # 63" अवश्य लिखें, और अंत में अपना नाम व स्थान लिखें। आपका ईमेल हमें बृहस्पतिवार 16 मई शाम 5 बजे तक अवश्य मिल जाने चाहिए। इसके बाद प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों को शामिल नहीं किया जाएगा।
'सिने पहेली' को और भी ज़्यादा मज़ेदार बनाने के लिए अगर आपके पास भी कोई सुझाव है तो 'सिने पहेली' के ईमेल आइडी cine.paheli@yahoo.com पर अवश्य लिखें। आप सब भाग लेते रहिए, इस प्रतियोगिता का आनन्द लेते रहिए, क्योंकि महाविजेता बनने की लड़ाई अभी बहुत लम्बी है। आज के एपिसोड से जुड़ने वाले प्रतियोगियों के लिए भी 100% सम्भावना है महाविजेता बनने का। इसलिए मन लगाकर और नियमित रूप से (बिना किसी एपिसोड को मिस किए) सुलझाते रहिए हमारी सिने-पहेली, करते रहिए यह सिने मंथन, आज के लिए मुझे अनुमति दीजिए, अगले सप्ताह फिर मुलाक़ात होगी, नमस्कार।
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