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दक्षिण भारत में आवाज की गूँज

इस बार हिन्द-युग्म आवाज़ की गूँज दक्षिण में सुनाई पड़ी है। ११ फरवरी २००९ को बंगलुरू से प्रकाशित हिन्दी दैनिक 'दक्षित भारत' में आवाज़ की पोस्ट 'रहमान के बाद अब बाज़ी मारी उस्ताद जाकिर हुसैन ने भी...' के कुछ अंश प्रकाशित हुये हैं। सीमा सचदेव ने स्कैन्ड कॉपी भेजी है। वैसे इससे पहले अमर उजाला के ब्लॉग पृष्ठ पर आवाज़ के ३ आलेखों की चर्चा हुई है, पर दक्षिण भारत के किसी अखबार में शायद ये पहली बार है. आप भी देखें (गलत-सही ही सही कुछ छापा तो उन्होंने)।



Comments

neelam said…
great effort , south india is recognijing us(hindyugm).it's matter of concern that our national language is not at it's proper place as it should be especially in south india

जय हिंद ,जय
हिन्दी -हमारी मात्र -भाषा
sumit said…
वाह, ये तो बहुत ही अच्छी खबर है
सुमित भारद्वाज

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