स्वरगोष्ठी – 241 में आज
संगीत के शिखर पर – 2 : बेगम अख्तर की ठुमरी और ग़ज़ल
विदुषी बेगम अख्तर को उनकी जन्मशती वर्ष-पूर्ति पर सुरीला स्मरण
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ठुमरी मिश्र खमाज : ‘अँखियन नींद न आए...’ : बेगम अख्तर
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पण्डित जसराज |
होरी ठुमरी : ‘कैसी ये धूम मचाई...’ : बेगम अख्तर
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कैफी आज़मी |
गजल : ‘सुना करो मेरे जाँ इनसे उनसे अफसाने...’ : बेगम अख्तर
संगीत पहेली
‘स्वरगोष्ठी’
के 241वें अंक की संगीत पहेली में आज हम आपको कण्ठ संगीत रचना का एक अंश
सुनवा रहे हैं। इस संगीतांश को सुन कर आपको निम्नलिखित तीन में से किन्हीं
दो प्रश्नों के उत्तर देने हैं। पहेली क्रमांक 250 के सम्पन्न होने तक जिस
प्रतिभागी के सर्वाधिक अंक होंगे, उन्हें इस वर्ष की पाँचवीं श्रृंखला
(सेगमेंट) के विजेताओं के साथ ही वार्षिक विजेताओं की घोषणा भी की जाएगी।
1 – संगीत के इस अंश को सुन कर पहचानिए कि रचना के इस अंश में किस राग का स्पर्श है?
2 – प्रस्तुत रचना किस ताल में निबद्ध है? ताल का नाम बताइए।
3 – यह किस गायक की आवाज़ है? गायक का नाम बताइए।
आप
इन तीन में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर केवल swargoshthi@gmail.com
या radioplaybackindia@live.com पर ही शनिवार, 31 अक्टूबर, 2015 की
मध्यरात्रि से पूर्व तक भेजें। COMMENTS में दिये गए उत्तर मान्य हो सकते
है, किन्तु उसका प्रकाशन अन्तिम तिथि के बाद किया जाएगा। विजेता का नाम हम
‘स्वरगोष्ठी’ के 243वें अंक में प्रकाशित करेंगे। इस अंक में प्रस्तुत किये
गए गीत-संगीत, राग अथवा कलासाधक के बारे में यदि आप कोई जानकारी या अपने
किसी अनुभव को हम सबके बीच बाँटना चाहते हैं तो हम आपका इस मंच पर स्वागत
करते हैं। आप पृष्ठ के नीचे दिये गए COMMENTS के माध्यम से तथा
swargoshthi@gmail.com अथवा radioplaybackindia@live.com पर भी अपनी
प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं।
पिछली पहेली के विजेता
‘स्वरगोष्ठी’ के 239वें अंक की संगीत पहेली में हमने आपको उस्ताद अमजद अली खाँ द्वारा सरोद पर प्रस्तुत एक रचना का अंश सुनवाया था और आपसे तीन में से किसी दो प्रश्न का उत्तर पूछा था। पहले प्रश्न का सही उत्तर है- राग – कामोद, दूसरे प्रश्न का सही उत्तर है- ताल – दीपचंदी या चाँचर और तीसरे प्रश्न का सही उत्तर है- वाद्य – सरोद।
इस
बार की पहेली के प्रश्नों का सही उत्तर देने वाले प्रतिभागी हैं, वोरहीज़,
न्यूजर्सी से डॉ. किरीट छाया, पेंसिलवेनिया, अमेरिका से विजया राजकोटिया और
जबलपुर से क्षिति तिवारी। तीनों प्रतिभागियों को ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’
की ओर से हार्दिक बधाई।
अपनी बात
मित्रो,
‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ के मंच पर
जारी हमारी लघु श्रृंखला ‘संगीत के शिखर पर’ के आज के अंक में हमने आपसे
ठुमरी, दादरा और गजल गायकी के शिखर पर प्रतिष्ठित बेगम अख्तर के व्यक्तित्व
और कृतित्व पर संक्षिप्त चर्चा की है। अगले अंक में एक अन्य विधा के शिखर
पर प्रतिष्ठित व्यक्तित्व पर चर्चा करेंगे। इस श्रृंखला को हमारे अनेक
पाठकों ने पसन्द किया है। हम उन सबके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
‘स्वरगोष्ठी’ के विभिन्न अंकों के बारे में हमें पाठकों, श्रोताओं और पहेली
के प्रतिभागियों की अनेक प्रतिक्रियाएँ और सुझाव मिलते हैं। प्राप्त सुझाव
और फरमार्इशों के अनुसार ही हम अपनी आगामी प्रस्तुतियों का निर्धारण करते
हैं। आप भी यदि कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आपका स्वागत है। अगले रविवार
को प्रातः 9 बजे ‘स्वरगोष्ठी’ के नये अंक के साथ हम उपस्थित होंगे। हमें
आपकी प्रतीक्षा रहेगी।
प्रस्तुति : कृष्णमोहन मिश्र
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