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राम निवास बाँयला की लघुकथा पवित्रता

लोकप्रिय स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। इस शृंखला में पिछली बार आपने अनुराग शर्मा के स्वर में प्रसिद्ध लेखक और पत्रकार युगल की लघुकथा पेट का कछुआ का वाचन सुना था।

आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं राम निवास बाँयला की लघुकथा पवित्रता जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

प्रस्तुत अंश का कुल प्रसारण समय 1 मिनट 56 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं। इस लघुकथा का गद्य अंतर्राष्ट्रीय द्वैभाषिक पत्रिका सेतु पर उपलब्ध है।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

“प्रस्तुत लघुकथा के लेखक श्री राम निवास बाँयला जिला सीकर, राजस्थान निवासी हैं। उनकी दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं।


हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

तालाब के पानी पर जमी पाले की परतें टूटने लगी।
 (राम निवास बाँयला की लघुकथा 'पवित्रता' से एक अंश)



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पेट का कछुआ MP3

#Third Story, Pavitrata; Ram Niwas Banyala; Hindi Audio Book/2017/3. Voice: Anurag Sharma

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धन्यवाद आदरणीय अनुराग शर्मा जी / आभार आदरणीय दीपक मशाल जी |

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