स्वरगोष्ठी – 224 में आज
रंग मल्हार के – 1 : राग मेघ मल्हार
आषाढ़ के प्रथम मेघ का प्रतिनिधि - राग मेघ मल्हार
‘गरजे घटा घन कारे कारे, पावस रुत आई...’


राग मेघ मल्हार : ‘गरजे घटा घन कारे कारे, पावस रुत आई...’ : पण्डित अजय चक्रवर्ती

राग मेघ मल्हार : ‘बरसो रे कारे बादरवा...’ फिल्म – तानसेन : स्वर – खुर्शीद बेगम
संगीत पहेली
‘स्वरगोष्ठी’
के 224वें अंक की संगीत पहेली में आज हम आपको सुप्रसिद्ध उस्ताद गायक की
आवाज़ में प्रस्तुत खयाल का एक अंश सुनवा रहे हैं। इस गीत के अंश को सुन कर
आपको निम्नलिखित तीन में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
‘स्वरगोष्ठी’ के 230वें अंक के सम्पन्न होने तक जिस प्रतिभागी के सर्वाधिक
अंक होंगे, उन्हें इस वर्ष की तीसरी श्रृंखला (सेगमेंट) का विजेता घोषित
किया जाएगा।
1 – गीत का यह अंश सुन कर बताइए कि इस अंश में किस राग की झलक है?
2 – गीत के अंश में प्रयोग किये गए ताल को ध्यान से सुनिए और हमें ताल का नाम बताइए।
3 – इस गीत के गायक को पहचानिए और हमे उनका नाम बताइए।
आप उपरोक्त तीन में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर केवल swargoshthi@gmail.com या radioplaybackindia@live.com
पर इस प्रकार भेजें कि हमें शनिवार, 27 जून, 2015 की मध्यरात्रि से पूर्व
तक अवश्य प्राप्त हो जाए। comments में दिये गए उत्तर मान्य हो सकते है,
किन्तु उसका प्रकाशन अन्तिम तिथि के बाद किया जाएगा। इस पहेली के विजेताओं
के नाम हम ‘स्वरगोष्ठी’ के 226वें अंक में प्रकाशित करेंगे। इस अंक में
प्रकाशित और प्रसारित गीत-संगीत, राग, अथवा कलासाधक के बारे में यदि आप कोई
जानकारी या अपने किसी अनुभव को हम सबके बीच बाँटना चाहते हैं तो हम आपका
इस संगोष्ठी में स्वागत करते हैं। आप पृष्ठ के नीचे दिये गए comments के
माध्यम से तथा swargoshthi@gmail.com अथवा radioplaybackindia@live.com पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं।
पिछली पहेली के विजेता
‘स्वरगोष्ठी’ क्रमांक 222 की संगीत पहेली
में हमने आपको वर्ष 1985 में प्रदर्शित फिल्म ‘सुर संगम’ से लिये गए एक गीत
का अंश सुनवा कर आपसे तीन प्रश्न पूछा गया था। आपको इनमें से किसी दो
प्रश्न का उत्तर देना था। पहले प्रश्न का सही उत्तर है- राग मालकौंस, दूसरे
प्रश्न का सही उत्तर है- ताल तीनताल और तीसरे प्रश्न का सही उत्तर है-
गायक पण्डित राजन मिश्र। इस बार पहेली में हमारी एक नई श्रोता-पाठक,
गोरखपुर से पूजा पाण्डेय ने पहली बार प्रतियोगिता में भाग लिया और एक
प्रश्न का सही उत्तर दिया। पूजा जी का स्वागत करते हुए उन्हें एक अंक दिया
जाता है। अन्य नियमित प्रतिभागियों में से वोरहीज़, न्यूजर्सी से डॉ. किरीट
छाया, रायपुर, छत्तीसगढ़ से राजश्री श्रीवास्तव, पेंसिलवेनिया, अमेरिका से
विजया राजकोटिया, जबलपुर से क्षिति तिवारी और हैदराबाद से डी. हरिणा माधवी ने दिया है।सभी छः प्रतिभागियों को ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ की ओर से हार्दिक बधाई।
अपनी बात
मित्रो,
‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ पर लघु
श्रृंखला ‘रंग मल्हार के’ का आज से शुभारम्भ हुआ है। आज के अंक में आपने
राग मेघ मल्हार का रसास्वादन किया। श्रृंखला के आगामी अंकों में हम आपको
मल्हार अंग के अन्य रागों को सुनवाएँगे। इस श्रृंखला के लिए यदि आप किसी
राग, गीत अथवा कलाकार को सुनना चाहते हों तो अपना आलेख या गीत हमें शीघ्र
भेज दें। हम आपकी फरमाइश पूर्ण करने का हर सम्भव प्रयास करते हैं। आपको
हमारी पिछली श्रृंखला कैसी लगी? हमें ई-मेल swargoshthi@gmail.com
पर अवश्य लिखिए। अगले रविवार को एक नए अंक के साथ प्रातः 9 बजे
‘स्वरगोष्ठी’ के इसी मंच पर आप सभी संगीतानुरागियों का हम स्वागत करेंगे।
प्रस्तुति : कृष्णमोहन मिश्र
Comments