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सुदर्शन प्रियदर्शिनी की कहानी "देशांतर"

इस साप्ताहिक स्तम्भ "बोलती कहानियाँ" के अंतर्गत हम हर सप्ताह आपको सुनवाते रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा के स्वर में प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट काजल कुमार की व्यंग्यात्मक लघुकथा "एक था गदहा" का पाठ सुना था।

आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. सुदर्शन प्रियदर्शिनी की भावनात्मक कहानी देशांतर जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

कहानी "देशांतर" का कुल प्रसारण समय 19 मिनट 26 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

महादेवी पुरस्कार व ओहायो गवर्नर मीडिया पुरस्कार से सम्मानित तथा देश-विदेश में प्रकाशित डॉ. सुदर्शन प्रियदर्शिनी ने वर्षों तक हिन्दी अध्यापन करने के अतिरिक्त रेडियो और टीवी के लिए कार्यक्रमों का निर्माण भी किया है। वे क्लीवलैंड, ओहायो में रहती हैं।

हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी हिन्दी कहानी

हमारी प्रकृति और संस्कृति कुछ ज्यादा ही स्वप्न जीवी है। हम वास्तविकता में कम और सपनों में ज्यादा जीते हैं।
 (डॉ. सुदर्शन प्रियदर्शिनी रचित "देशांतर" से एक अंश)





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#21th Story, Deshantar: Sudarshan Priyadarshini/Hindi Audio Book/2013/21. Voice: Anurag Sharma

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