Skip to main content

Posts

Showing posts with the label sajeev sarathie

मूड्स ऑफ़ बॉलीवुड : तनहा रेगिस्तान : मेरे ये गीत याद रखना

तपता रेगिस्तान, दूर तक फैला बियाबान, बोलती तन्हाईयाँ, गूंजती खामोशियाँ, और दिल की बेजारियों से निकलते कुछ बहतरीन नगमें. आईये चलें इस सुरीले सफ़र में विवेक श्रीवास्तव के साथ, मेरे ये गीत याद रखना के इस एपिसोड में...

मैं बचपन में अपने बेस्ट फ्रेंड की लिखी कवितायेँ पढता था - रत्न नौटियाल - एक मुलाक़ात ज़रूरी है

उभरते हुए गीतकार रत्न नौटियाल हैं, हमारे आज के मेहमान, कार्यक्रम "एक मुलाक़ात ज़रूरी है" में. सुनिए उत्तरांचल से मुंबई पहुंचें इस युवा गीतकार की अब तक की कहानी, उन्हीं की जुबानी...

बॉलीवुड के लेजेन्ड्स : जब रफ़ी साहेब ने गीत सुनाये बच्चों को : मेरे ये गीत याद रखना

यूं  तो रफ़ी साहब का हर गीत दिल के तार झनझना जाता है. पर उनके नन्हें मुन्ने बच्चों को संबोधित कर गाये हुए गीतों को सुनकर तो लगता है जैसे बचपन लौट आया हो. तो आईये आधे घंटे के लिए अपनी दौड़ भाग वाली ज़िन्दगी को ज़रा सा थाम कर बचपन की गलियों में फेरा लगा आईये, रफ़ी साहब की आवाज़ के साथ. यक़ीनन आप अच्छा महसूस करेगें. स्किप्ट है सजीव सारथी की और प्रस्तुति है विवेक श्रीवास्तव की 

साहिर के गीतों को ही अपनी "पि एच डी" मानते हैं गीतकार सागर

हालिया प्रदर्शित "बॉलीवुड डायरीस" के गीतकार डाक्टर.सागर से एक ख़ास मुलाक़ात आज के "एक मुलाक़ात ज़रूरी है" कार्यक्रम में. "मन का मिरगा" और "मनवा बहरूपिया" जैसे सफल गीतों के माध्यम से सागर एक ताज़ी बयार बनकर उभरे हैं गीत लेखन की दुनिया में. जानिये कैसा रहा उनका, बलिया से मुंबई तक का सफ़र.

'गन्दी बात' में भी बहुत कुछ अच्छा है प्रीतम दा के साथ

बॉ लीवुड में दक्षिण की सफल फिल्मों का रिमेक जोरों पे जारी है. सभी बड़े सुपर स्टार जैसे सलमान, अजय देवगन, अक्षय कुमार आदि इन फिल्मों से सफलता का स्वाद चख चुके हैं, अब शाहिद कपूर भी आ रहे हैं रेम्बो राजकुमार बनकर....ओह माफ कीजियेगा आर...राजकुमार बनकर. फिल्म के नाम में रेम्बो का इस्तेमाल वर्जित (कोपीराईट कारणों से) होने के कारण फिल्म के नाम में ये बदलाव करना पड़ा. फिल्म में संगीत है हिट मशीन प्रीतम का, आईये नज़र डालें इस फिल्म के एल्बम पर, और जानें कि संगीत प्रेमियों के लिए क्या है इस एक्शन कोमेडी फिल्म के गीतों में.  एल्बम के पहले तीन गीत पूरी तरह से दक्षिण के तेज रिदम वालों गीतों से प्रेरित हैं. इनमें प्रीतम की झलक कम और दक्षिण के संगीतकारों की छवि अधिक झलकती है. पहला गीत गन्दी बात एक मस्त मलंग गीत है जिसकी ताल और धुन इतनी जबरदस्त है कि सुनकर कोई भी खुद को कदम थिरकाने से नहीं रोक पायेगा. अनुपम अमोद के शब्द चटपटे हैं और कुछ पारंपरिक श्रोताओं को आपत्तिजनक भी लग सकते हैं. मिका की आवाज़ इस गीत के लिए एकदम सही चुनाव है पर गीत का सुखद आश्चर्य है कल्पना पटोवरी की जोशीली आवाज़ जिसने मि

सुरों की मशाल लाया सुपर हीरो "क्रिश 3"

को ई मिल गया और क्रिश की कामियाबी ने भारतीय फिल्म परदे को दिया है, सुपरमैन स्पाईडरमैन सरीखा एक सुपर हीरो जो दर्शकों में, विशेषकर बच्चों में ख़ासा लोकप्रिय है, इसी लोकप्रियता को अपने अगले मुकाम तक ले जाने के लिए निर्देशक राकेश रोशन लेकर आये हैं क्रिश ३ . राकेश की अब तक की सभी फिल्मों में उनके भाई राजेश रोशन का ही संगीत रहा है और इस परंपरा का निर्वाह क्रिश ३ में भी हुआ है. इससे पहले कि फिल्म, वर्ष २०१३ में आपकी दिवाली को जगमगाए आईये देखें फिल्म का संगीत क्या ऐसा है जिसे आप चाहें कि गुनगुनाएं.  देसी सुपर हीरो क्रिश को अपने पहले संस्करण में कोई थीम गीत नहीं मिला था, तो चलिए इस कमी को पूरा कर दिया है इस एल्बम में. क्रिश का शीर्षक गीत ममता शर्मा की आवाज़ में है जिसमें खुद राजेश रोशन और अनिरुद्ध भोला ने बैक अप स्वरों का रंग मिलाया है. आखिरकार लगभग दो सालों तक मात्र आईटम गीतों की अपनी आवाज़ देने के बाद किसी बॉलीवुड संगीतकार ने ममता से कुछ अलग गवाया है, और उम्मीद के अनुरूप ममता ने गीत के साथ पूरा न्याय किया है. हाँ क्रिश जैसे सुपर हीरो के लिए कुछ इससे बेहतर गीत भी हो सकता था.  शां

पूरी रात पार्टी का इंतजाम लेकर आया है 'बॉस'

अ क्षय कुमार अपने खिलाड़ी रूप में फिर से लौट रहे हैं फिल्म बॉस के साथ. लगता है उन्हें हनी सिंह का साथ खूब रास आ रहा है. तभी तो पूरी एल्बम का जिम्मा उन्होंने हनी सिंह के साथ मीत ब्रोस अनजान को सौंपा है. फिल्म हिट मलयालम फिल्म पोखिरी राजा का रिमेक है, यहाँ अक्षय हरियाणा के पोखिरी यानी टपोरी बने हैं. आईये देखें इस बॉस को कैसे कैसे गीत दिए हैं हनी सिंह ने. शीर्षक गीत बॉस को बखूबी परिभाषित करता है. हनी सिंह का हरियाणवी तडका अच्छा जमा है. गीत में पर्याप्त ऊर्जा और जोश है. शब्द एवें ही है पर शायद जानकार ऐसा रखा गया है. दक्षिण के जाने माने संगीतकार पी ए दीपक के मूल गीत अपदी पोडे पोडे का हिंदी संस्करण है अगला गीत हम न छोड़े तोड़े , जिसे पूरे दम ख़म से गाया है विशाल ददलानी ने. शब्द अच्छे बिठाए गए है, पर मूल गीत इतनी बार सुना जा चुका है कि गीत कुछ नया सुनने का एहसास नहीं देता. दूसरे अंतरे से पहले अक्षय से बुलवाए गए संवाद बढ़िया लगते हैं. सोनू निगम इन दिनों बेहद कम गीत गा रहे हैं ऐसे में किसी अच्छे गीत में उन्हें सुनना वाकई सुखद लगता है. एल्बम के तीसरे गीत पिता से है नाम तेरा

लव की घंटी बजा रहे हैं ललित कुछ 'बेशरम' होकर

90 के दशक की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में इस जोड़ी का संगीत था, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे , कुछ कुछ होता है, जो जीता वही सिकंदर  जैसी फिल्मों के नाम जुबाँ पे आते ही याद आते हैं जतिन ललित. फना   के बाद दोनों भाईयों ने अलग अलग काम करने का फैसला लिया, और अब एक लंबे अरसे बाद ललित लौटे हैं रणबीर कपूर अभिनीत बेशरम   के साथ. देखें क्या ललित अकेले दम पर वही पुराना सुरीला जादू फिर से पैदा कर पाए हैं या नहीं.     जैसा कि हम बता चुके हैं कि ललित फिल्म के प्रमुख संगीतकार हैं पर यहाँ एक अतिथि संगीतकार के रूप में इश्क बेक्टर भी मौजूद हैं और इन्हीं का है शीर्षक गीत बेशरम . धुन कैची है, शब्द बेतरतीब हैं, ८० के दशक जैसा टेम्पो है गीत का, और फिल्म के शीर्षक गीत के रूप में एकदम सटीक है. रणबीर पर फिल्माए ताजा हिट गीत दिल्ली वाली गर्ल फ्रेंड   की तर्ज पर ही लगता है हम लुट गए रे पिया आके तेरे मोहल्ले   गीत भी. तेज रिदम पर ममता शर्म और एश्वर्या निगम की दिलफेंक गायकी गीत को एक चार्टबस्टर बनाने में पूरी तरह समर्थ है. किशोर कुमार के चुलबले गीतों का अंदाज़ झलकता है लव की घंटी    गीत में. सुजीत शेट्टी

भरपूर नाच गाना और धमाल है 'फटा पोस्टर निकला हीरो' में

रा ज कुमार संतोषी के निर्देशन में आ रहे हैं शहीद कपूर और इलियाना डी'क्रूस लेकर फिल्म फटा पोस्टर निकला हीरो . फिल्म में संगीत का जिम्मा संभाला है प्रीतम और अमिताभ भट्टाचार्य की सफल जोड़ी ने जिनके हौसले  ये जवानी है दीवानी   के बाद बुलंदी पर होंगें. आईये तफ्तीश करें इस ताज़ा एल्बम के संगीत की और देखें कि क्या कुछ है नया इस पेशकश में.  मिका कभी भी प्रीतम के साथ दगा नहीं करते, जब भी प्रीतम ऐसे गीत बनाते हैं जहाँ सब कुछ गायक की क्षमता पर निर्भर हो वो मिका को चुनते हैं और हर बार की तरह मिका ने पहले गीत तू मेरे अगल बगल है में अपना चिर परिचित मस्तानगी भरी है, धुन बहुत ही कैची है. शब्द भी उपयुक्त ही हैं, पर अंगेजी शब्दों की भरमार है.  मैं रंग शरबतों का  प्रीतम मार्का गीत है. जिसके दो संस्करण हैं. एक आतिफ असलम तो एक अरिजीत की आवाज़ में. मधुर रोमांटिक गीत है. कोरस का इस्तेमाल सुन्दर है.  बेनी दयाल और और शेफाली की आवाजों में हे मिस्टर डी जे   एक ताज़ा हवा के झोंके जैसा है, जहाँ शेफाली की आवाज़ कमाल का समां रचती है. प्रीतम दा यहाँ पूरी तरह फॉर्म में है. नई ऊर्जा, नई ध्वनियाँ इ

सचिन जिगर को मिला बड़ा कैनवस शुद्ध देसी रोमांस के रूप में

रो मांस हमारी फिल्मों का एक अहम हिस्सा है. विवधता लाने के लिए इसे नए नए पहनावे दे दिए जाते हैं. इसी चिर परिचित रोमांस का नया नामकरण हुआ है शुद्ध देसी रोमांस  के रूप में. यश राज बैनर की इस ताज़ा पेशकश में संगीत है सचिन जिगर का. गो गोवा गोन  के विवादास्पद मगर हिट गीतों के बाद ये गुज्जू संगीतकार जोड़ी इन दिनों काफी अच्छे फॉर्म में है.  साईकिल  की घंटियाँ, सीटी और होर्न जैसी ध्वनियाँ गीत पहले गीत तेरे मेरे बीच में  का मूड बनाते हैं. मोहित और सुनिधि की आवाजों में ये गीत कमाल का है. शब्दों और धुन का ऐसा मेल बहुत दिनों में सुनने को मिला है. जबरदस्त संगीत संयोजन इसे और भी लाजवाब बना देता है. जयदीप सहानी के शब्द गजब हैं.   जिगर और प्रिया की युगल आवाजों में गुलाबी  गीत जयपुर शहर को समर्पित है. धुन कैची है और मधुर है. और पार्श्व संगीत के रूप में प्रभावी भी.  हवन  कुंड  के बाद दिव्या कुमार की जोशीली आवाज़ एक बार फिर रोक्किंग फॉर्म में है चंचल मन  गीत में. लोक राजस्थानी अंदाज़ को पाश्चात्य पहनावे में ढालकर बढ़िया सजाया गया है गीत को.  एल्बम का सबसे शानदार गीत है टाईटल ट्रेक जो है बेन

सिने पहेली – 75 -ये युद्ध नहीं है खेल है प्यारे

सिने पहेली – 7 5 ये युद्ध नहीं है खेल है प्यारे !     सिने पहेली के 75   वें अंक में सभी प्रतियोगियों का बहुत बहुत स्वागत है.  साथियों जिस तरह से सिने पहेली 74 में प्रतियोगियों के बीच में बहस हुई है हमें नहीं लगता कि यह एक स्वस्थ प्रतियोगिता की पहचान है.  हमारा उद्देश्य है कि रेडिओ प्लेबैक इण्डिया आप सबको स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करती रहे.  दारूवाला  जी आपकी बात सही है कि हर साईट को ट्रेफिक चाहिए लेकिन रेडिओ प्लेबैक इण्डिया किसी एक व्यक्ति की साईट नहीं है. हाँ शुरुआत कुछ लोगों ने जरूर करी थी लेकिन आज ये एक परिवार है और इसकी सफलता हमारे पाठकों और दर्शकों का जूनून है.   यहाँ हर कोई अपना योगदान देने के लिए स्वतंत्र है और अगर आप पुराने पाठक / श्रोता हैं तो आप इसे बखूबी जानते होंगे. केवल एक बात कहना चाहूँगा कि  रेडिओ प्लेबैक इण्डिया को     ट्रेफिक बढ़ाने के लिए   छद्म प्रतियोगी बनाकर उत्तर देने की कोई जरूरत ही नहीं है. हम संख्या में नहीं अपने पाठकों और श्रोताओं में विश्वास करते हैं. हम तो आपसे भी गुज़ारिश करते हैं कि आप अपना पूर्ण परिचय दीजिये और हमारे साथ

गैंगस्टरों की खूनी दुनिया में प्रीतम के संगीत का माधुर्य

कु छ गीत हमेशा ही जेहन में ताज़ा रहते हैं, प्रीतम का स्वरबद्ध पी लूँ  और तुम जो आये  गीत भी इसी श्रेणी में आते हैं. वंस अपोन अ टाइम इन मुम्बई  की सफलता में इन गीतों की कामियाबी का बहुत बड़ा हाथ रहा. मुम्बई अंडरवर्ड के काले दौर को गुजरे समय की एक दास्ताँ बता कर पेश किया गया था इस फिल्म में, अब इसके दूसरे संस्करण में इसी कहानी को आगे बढ़ाया गया है. जहाँ तक गीत संगीत की बात है यहाँ भी प्रीतम दा ही हैं अपने लाजवाब फॉर्म में और उन्हें साथ मिला है निर्देशक गीतकार रजत अरोड़ा का, रजत डर्टी पिक्चर के हिट गीत लिखकर अपनी एक खास पहचान बना चुके हैं. आईये देखें क्या इस दूसरे संस्करण का संगीत भी श्रोताओं की उम्मीद पर खरा उतर पाया है या नहीं.  अभी हाल ही में मुर्रब्बा, रंगरेज  और मेरा यार  जैसे शानदार गीत गाकर जावेद बशीर इन दिनों छाये हुए हैं, उन्हीं की करारी आवाज़ जो तीर की तरफ सीधे दिल को भेद जाती है, में है पहला गीत ये तुने क्या किया , एक खूबसूरत कव्वाली. शुरू के शेरों से ही समां सा बांध जाता है. रजत के शब्द और प्रीतम की धुन दोनों ही उत्तम है. कोरस का इस्तेमाल भी खूब जमता है.  अगला गीत भी एक

चिन्मयी और SPB की आवाजें लौटी है आपका दिल चुराने 'चेन्नई एक्सप्रेस' में सवार होकर

दो स्तों ताज़ा प्रकाशित संगीत एल्बमों में क्या नया है और क्या है घिसा पिटा, आपके लिए इसी जानकारी को लेकर हम हर सप्ताह उपस्थित होते हैं आपके प्रिय स्तंभ 'ताज़ा सुर ताल' में. आधा साल बीत चुका है और  अब तक काफी अच्छा रहा है ये साल संगीत के लिहाज से. इसी श्रृंखला को आगे बढते हैं आज चेन्नई एक्सप्रेस  की संगीत चर्चा के साथ. ये भी एक अजीब इत्तेफाक ही है इस साल की शुरुआत हमने राजधानी एक्सप्रेस  के संगीत से की थी, और साल के इस द्रितीय हिस्से की शुरुआत भी एक ट्रेन के नाम पर बनी फिल्म के संगीत के साथ करने जा रहे हैं. चेन्नई एक्सप्रेस  एक बहुप्रतीक्षित फिल्म है जिसमें इंडस्ट्री में नए दौर के सबसे सफल निर्देशक रोहित शेट्टी पहली बार टीम अप कर रहे हैं बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के साथ. रोहित शेट्टी एक ज़माने में बॉलीवुड के सबसे क्रूर और खतरनाक दिखने वाले खलनायक 'शेट्टी' के सुपत्र हैं. पर उन्होंने अभिनय के स्थान पर निर्देशन की राह चुनी, और एक के बाद एक जबरदस्त हिट फिल्मों की लड़ी सी लगा दी. चेन्नई एक्सप्रेस  कई मामलों में उनकी अब तक की फिल्मों से अलग नज़र आती है. इस फिल्म के लिए उन्हो

सिने पहेली – 73 - मुकाबला चालू आहे

सिने पहेली – 7 3 मुकाब ला चालू आहे !     सि ने पहेली के 7 2 वें अंक के परिणाम आ चुके हैं. इस बार काफी उलट पुलट हुई है. 73 वें अंक में सभी प्रतियोगियों का मैं आपका साथी अमित तिवारी स्वागत करता हूँ.   इस बार केवल विजय कुमार व्यास जी ही सभी प्रश्नों के सही जवाब देकर पूरे अंक प्राप्त करने में सफल रहे. अंक तालिका में बदलाव आया है. पर कोई बात नहीं अभी पूरे आठ कड़ी बची हैं आठवें सेगमेंट की.  इन्दू जी आप कहाँ गायब हो गयीं ? आप सवालों से घबराने वालों में से तो नहीं हैं. आ जाइए हमारे धुरंधरों को टक्कर देने के लिए. अगर आपने ध्यान दिया हो तो अंको विभाजन का तरीका अलग क र  दिया गया है इस सेगमेंट में. इससे सभी को क हीं न कहीं रेस में वापस ऊपर आने का मौका मिलेगा.  आज की पहेली के पाँच सवाल नीचे हैं , ध्यान से उत्तर दीजिये और पूरे अंक प्राप्त करने का मौका मत छोड़िये. आज की पहेली के लिए आप सबको शुभकामनाएँ. इस अंक से प्रतियोगिता में जुड़ने वाले नये खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हम उन्हें यह भी बताना चाहेंगे कि अभी भी कुछ देर नहीं हुई है। आज से इस प्रतियोगिता में जुड़ कर भी आ