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भावनाओं का सम्बल - ज्योत्सना सिंह

'बोलती कहानियाँ' स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछली बार आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की कहानी दो घड़े का पॉडकास्ट सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं ज्योत्सना सिंह की लघुकथा "भावनाओं का सम्बल", जिसे स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।

कहानी का कुल प्रसारण समय 2 मिनट 25 सेकण्ड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।

लघुकथा भावनाओं का सम्बल का गद्य 'सेतु' द्वैभाषिक पत्रिका पर उपलब्ध है। यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानी, उपन्यास, नाटक, धारावाहिक, प्रहसन, झलकी, एकांकी, या लघुकथा को स्वर देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।

ज्योत्सना सिंह: इंडिया वॉच चैनल, लखनऊ पुस्तक मेला, दिल्ली विश्व पुस्तक मेला, केकेसी डिग्री कॉलेज, आदि में काव्य पाठ। नवभारत टाइम्स, दैनिक जागरण, अमर उजाला, जन ख़बर लाइव आदि दैनिक पेपर में रचनायें प्रकाशित।

हर सप्ताह यहीं पर सुनिए एक नयी कहानी

"तुम भी अच्छे चक्कर में फँस गए हो दादा। मानो तो एक सलाह दूँ?"
(ज्योत्सना सिंह की "भावनाओं का सम्बल" से एक अंश)

नीचे के प्लेयर से सुनें.
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)


यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंक से डाउनलोड कर लें:
भावनाओं का सम्बल mp3

#Sixth Story: Bhavnaon Ka Sambal; Author: Jyotsna Singh; Voice: Anurag Sharma; Hindi Audio Book/2018/6.

Comments

Anonymous said…
Beautiful indeed
Unknown said…
सारगर्भित सुन्दर
Prashant km Singh said…
Extraordinary Achievement..👌👌👍👍🙏🙏

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