स्वरगोष्ठी – 311 में आज
फागुन के रंग – 3 : होरी ठुमरी में फाल्गुनी रस
पण्डित भीमसेन जोशी के दिव्य स्वर में सुनिए –“होरी खेलत नन्दकुमार...”
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राग काफी : होरी ठुमरी : ‘चलो होरी खेलिए बृजराज...’ : अच्छन बाई
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राग मिश्र काफी : होरी ठुमरी : ‘तुम तो करत बरजोरी, लला तुमसे को खेले होरी...’ : विदुषी गिरिजा देवी
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राग मिश्र काफी : होरी ठुमरी : ‘होरी खेलत नन्दकुमार...’ : पण्डित भीमसेन जोशी
संगीत पहेली
‘स्वरगोष्ठी’
के 311वें अंक की पहेली में आज हम आपको कण्ठ संगीत की एक रचना का अंश
सुनवा रहे है। इसे सुन कर आपको तीन में से कम से कम दो प्रश्नों के उत्तर
देने हैं। 320वें अंक की पहेली के सम्पन्न होने तक जिस प्रतिभागी के
सर्वाधिक अंक होंगे, उन्हें इस वर्ष के दूसरे सत्र का विजेता घोषित किया
जाएगा।
1 – संगीत के इस अंश में आपको किस राग का अनुभव हो रहा है?
2 – इस प्रस्तुति-अंश को सुन कर रचना में प्रयोग किए गए ताल का नाम बताइए।
3 – यह भारतीय संगीत की कौन सी शैली है?
आप उपरोक्त तीन मे से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर केवल swargoshthi@gmail.com या radioplaybackindia@live.com पर ही शनिवार 8 अप्रैल, 2017 की मध्यरात्रि से पूर्व तक भेजें। COMMENTS
में दिये गए उत्तर मान्य हो सकते हैं, किन्तु उसका प्रकाशन पहेली का उत्तर
देने की अन्तिम तिथि के बाद किया जाएगा। विजेता का नाम हम उनके शहर,
प्रदेश और देश के नाम के साथ ‘स्वरगोष्ठी’ के 313वें अंक में प्रकाशित
करेंगे। इस अंक में प्रस्तुत गीत-संगीत, राग, अथवा कलासाधक के बारे में यदि
आप कोई जानकारी या अपने किसी अनुभव को हम सबके बीच बाँटना चाहते हैं तो हम
आपका इस संगोष्ठी में स्वागत करते हैं। आप पृष्ठ के नीचे दिये गए COMMENTS के माध्यम से तथा swargoshthi@gmail.com अथवा radioplaybackindia@live.com पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते हैं।
पिछली पहेली के विजेता
‘‘स्वरगोष्ठी’
की 309वीं कड़ी की पहेली में हमने आपको पण्डित कुमार गन्धर्व की आवाज़ में
प्रस्तुत राग काफी के तराना का एक अंश प्रस्तुत कर आपसे दो प्रश्न पूछे थे।
पहले प्रश्न का सही उत्तर है, राग – काफी, दूसरे प्रश्न का सही उत्तर है, ताल – तीनताल और तीसरे प्रश्न का सही उत्तर है, शैली – तराना।
इस अंक के तीनों प्रश्नो के सही उत्तर देकर विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है, हैदराबाद से डी. हरिणा माधवी, जबलपुर से क्षिति तिवारी, पेंसिलवेनिया, अमेरिका से विजया राजकोटिया। तीन में से दो प्रश्नो के सही उत्तर देकर दो-दो अंक अर्जित करने वाले प्रतिभागी हैं, चेरीहिल न्यूजर्सी से प्रफुल्ल पटेल और वोरहीज़, न्यूजर्सी से डॉ. किरीट छाया। उपरोक्त सभी पाँच प्रतिभागियों को ‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ की ओर से हार्दिक बधाई।
अपनी बात
मित्रों,
‘रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ के साप्ताहिक स्तम्भ ‘स्वरगोष्ठी’ पर जारी हमारी
श्रृंखला ‘फागुन के रंग’ का यह तीसरा अंक था। इस श्रृंखला में हम फाल्गुनी
परिवेश में गाये-बजाए वाले रागों पर चर्चा कर रहे हैं। अगले अंक में हम इस
लघु श्रृंखला के अन्तर्गत एक और ऋतु प्रधान संगीत शैली पर चर्चा करेंगे।
इस लघु श्रृंखला के बाद हम शीघ्र ही एक नई श्रृंखला के साथ उपस्थित होंगे।
अगले अंक में रविवार को प्रातः 8 बजे हम ‘स्वरगोष्ठी’ के इसी मंच पर सभी
संगीत-प्रेमियों का स्वागत करेंगे।
प्रस्तुति : कृष्णमोहन मिश्र
होरी ठुमरी : SWARGOSHTHI – 311 : HORI THUMARI : 2 अप्रैल, 2017
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