रेडियो प्लेबैक इंडिया के साप्ताहिक स्तम्भ 'बोलती कहानियाँ' के अंतर्गत हम आपको सुनवाते हैं हिन्दी की नई, पुरानी, अनजान, प्रसिद्ध, मौलिक और अनूदित, यानि के हर प्रकार की कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक असगर वजाहत की लघुकथा "चार सूफी और एक कंबल" का पॉडकास्ट सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं अनुराग शर्मा की एक लघुकथा "खिलखिलाहट", उन्हीं के स्वर में।
कहानी "खिलखिलाहट" एक दादा-दादी के वार्तालाप पर आधारित है। इसका कुल प्रसारण समय 1 मिनट 7 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
इस कथा "खिलखिलाहट" का टेक्स्ट बर्ग वार्ता पर उपलब्ध है।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।
मैं भारत से बाहर भारत मुझ में रहता है
मेरी सब सीमाएं राष्ट्र असीमित सहता है
~ अनुराग शर्मा
हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी
"हाँ, उछलना को ठीक बोलने में क्या खास है।"
(अनुराग शर्मा की "खिलखिलाहट" से एक अंश)
कहानी "खिलखिलाहट" एक दादा-दादी के वार्तालाप पर आधारित है। इसका कुल प्रसारण समय 1 मिनट 7 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
इस कथा "खिलखिलाहट" का टेक्स्ट बर्ग वार्ता पर उपलब्ध है।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं तो अधिक जानकारी के लिए कृपया admin@radioplaybackindia.com पर सम्पर्क करें।
मैं भारत से बाहर भारत मुझ में रहता है
मेरी सब सीमाएं राष्ट्र असीमित सहता है
~ अनुराग शर्मा
हर सप्ताह यहीं पर सुनें एक नयी कहानी
"हाँ, उछलना को ठीक बोलने में क्या खास है।"
(अनुराग शर्मा की "खिलखिलाहट" से एक अंश)
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खिलखिलाहट MP3
#Twentieth Story, Khilkhilahat: Anurag Sharma/Hindi Audio Book/2015/20. Voice: Anurag Sharma
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